रघुराम राजन मानसिक रूप से पूर्ण भारतीय नहीं, आरबीआइ गवर्नर के पद से करें बरखास्त : स्वामी
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को पद से हटाने की मांग की है.आरबीआइ गवर्नर रघुराम राजन के खिलाफ एक और धमाकेदार आरोप लगाते हुए भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीसेअंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के […]
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को पद से हटाने की मांग की है.आरबीआइ गवर्नर रघुराम राजन के खिलाफ एक और धमाकेदार आरोप लगाते हुए भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीसेअंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री को तुरंत बरखास्त करनेका आग्रह किया है.स्वामी ने आरोप लगाया है कि राजन मानसिक तौर पर पूरी तरह भारतीय नहीं है और उन्होंने जानबूझकर अर्थव्यवस्था को ध्वस्त किया है.
पिछले सप्ताह संसद सत्र समाप्त होने के बाद राजन के खिलाफ आरोप लगाने के बाद अब स्वामी ने कल प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने राजन की सेवा तुरंत प्रभाव से खत्म करने की मांग की है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा सुझाव इसलिए दे रहा हूं कि मैं डॉक्टर राजन के जानबूझ कर भारतीय अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश से स्तब्ध हूं.’ स्वामी ने कहा कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दर बढ़ाने की अवधारणा विनाशकारी थी.
उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही पिछले दो साल में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एनपीए (वसूली न किया जा सकने वाला ऋण) दोगुना होकर 3.5 लाखकरोड़ रुपए हो गया.’
स्वामी रघुराम राजन की आर्थिक नीतियों के कटु आलोचक हैं और वे बीते सप्ताह कह चुके हैं किराजनने ब्याज दर बढ़ा कर उद्योगों की रफ्तार धीमी कर दी और देश में बेरोजगारी को बढ़ाया, इसलिए उन्हें पद से हटा कर वापस शिकागो भेज देना चाहिए. उधर, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कल ही राजन को दूसरा कार्यकाल देने या नहीं देने के सवाल पर बयान दिया कि यह ऐसा विषय नहीं है, जिस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा की जाये.
उधर, ब्रिटेन के दौर पर राजन ने परसों ही एक सवाल के जवाब में कहा था कि उनके आसपास पहले से ही काफी बारूद है और वे इसमें और इजाफा नहीं चाहते हैं. राजन ने यह भी कहा था कि पहले से जो बारूद उनके इर्द-गिर्द हैं, उससे उन्हें पहले निबटना है. राजन औद्योगिक मोर्चे पर बेबाक टिप्पणी करने व कड़े फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं. वे सरकार की नीतियों में भी बारीक खामियों को उजागर कर चेताते रहते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित मेक इन इंडिया कार्यक्रम की शोर के बीच उन्होंने उस समय पूरे विमर्श की दिशा मोड़ दी थी, जब कहा था कि हमें मेक फॉर इंडिया के बारे में सोचना चाहिए.