केरल के फिदेल कास्त्रो हैं अच्युदानंदन, मुख्यमंत्री होंगे पी विजयन : सीताराम येचुरी
तिरुवनंतपुरम : माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य पिनराई विजयन केरल के अगले मुख्यमंत्री होंगे.पार्टी सूत्रों ने बताया कि 72 वर्षीय विजयन को नामित करने का फैसला आज सुबह माकपा मुख्यालय एकेजी भवन में हुई राज्य सचिवालय की बैठक में लिया गया.शाम मेंमाकपा महासचिवसीतारामयेचुरी ने पिनराई विजयनको मुख्यमंत्री बनायेजाने की पुष्टि कर दी है. माकपा महासचिव […]
तिरुवनंतपुरम : माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य पिनराई विजयन केरल के अगले मुख्यमंत्री होंगे.पार्टी सूत्रों ने बताया कि 72 वर्षीय विजयन को नामित करने का फैसला आज सुबह माकपा मुख्यालय एकेजी भवन में हुई राज्य सचिवालय की बैठक में लिया गया.
शाम मेंमाकपा महासचिवसीतारामयेचुरी ने पिनराई विजयनको मुख्यमंत्री बनायेजाने की पुष्टि कर दी है. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि अच्युदानंदन केरल के फिदेल कास्त्रो हैं. वे पार्टी को प्रेरित करें और मार्गदर्शन करें.
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माकपा के 93 वर्षीय नेता वीएस अच्युतानंदन कोआज सुबहराज्य सचिवालय बुलाया गया था और उन्हें फैसले के बारे में जानकारी दी गयी जिसके बाद वह अपने घर लौट गए.
आज सुबहमाकपा सचिवालय और पार्टी की केरल समिति की आज यहां पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी की मौजूदगी में बैठक हुई जिसमें मुख्यमंत्री के पद के लिए नाम का फैसला किया गया. पार्टी सूत्रों ने कहा कि राज्य सचिवालय ने सर्वसम्मति से विजयन को अगला मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया और राज्य समिति को इसकी रिपोर्ट की जो इस निर्णय को मंजूरी देगी.
एलडीएफ के चुनाव अभियान का चेहरा रहे अच्युतानंदन और पिनराई विजयन क्रमश: मालमपुझा और पिनराई से विधायक निर्वाचित हुए.
विजयन पोलित ब्यूरो के एकमात्र सदस्य हैं जो इस बार विधानसभा पहुंचे हैंं.
140 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में माकपा नीत एलडीएफ ने 91 सीटें जीतीं हैं, जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ ने 47 सीटों पर ही जीत दर्ज की. वहीं, भाजपा और निर्दलीय की झोली में भी एक-एक सीट आई है.
विजयन को मुख्यमंत्री पद के लिए नामित करने के फैसले की जानकारी मिलने के फौरन बाद एकेजी भवन पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया और मिठाइयां बांटने लगे.
CPIM State Committee Meeting underway in Trivandrum; VS Achutanandan, Sitaram Yechury & Prakash Karat present. pic.twitter.com/SmuFb0IVVF
— ANI (@ANI_news) May 20, 2016
पिनराईविजयन लंबे समय सेअच्युतानंदन के प्रतियोगी माने जाते रहे हैं और पार्टी ने पूर्व में भी उन्हें राज्य में अपने गंठबंधन का चेहरा बनाने पर विचार किया था.दोनोंके अलग-अलग धड़े हैं. 72 वर्षीय विजयन पार्टीपोलित ब्यूरो के सदस्य होने के साथ हीमाकपा की राज्य इकाई के सचिव भी हैं. वे 2002 से पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं. विजयन 52 वर्षों से कम्युनिस्ट पार्टीमें सक्रिय हैं और राजनीतिक कैरियरकी शुरुआत स्टूडेंट यूनियन की राजनीतिसे की.1970 सेवेकईबारराज्यविधानसभाकेलिएचुनेजातेरहेहैं.
अच्युदानंदन और विजयनकेरल मेंमाकपा के दो अलग-अलग ध्रुव हैं और दोनोंकी प्रतिद्वंद्विता भीजगजाहिर है. एक-दूसरे पर टिप्पणी करने के कारण एक बार पोलित ब्यूरो से निलंबित भी किया गया था.