MannkiBaat में बोले PM नरेंद्र मोदी, पानी परमात्मा का ‘प्रसाद”, इसे बचायें

नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमनकी बात कार्यक्रम के तहत आकाशवाणी एवं दूरदर्शन केमाध्यम से देश को संबोधित किया. आज उन्होंने मन की बात में जल संचय-पर्यावरण रक्षा के साथ कैशलेस सोसाइटी बनाने की बात कही. उन्होंने दसवीं-बारहवीं का परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्रों को प्रेरित किया और उनका उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2016 11:12 AM

नयी दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमनकी बात कार्यक्रम के तहत आकाशवाणी एवं दूरदर्शन केमाध्यम से देश को संबोधित किया. आज उन्होंने मन की बात में जल संचय-पर्यावरण रक्षा के साथ कैशलेस सोसाइटी बनाने की बात कही. उन्होंने दसवीं-बारहवीं का परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्रों को प्रेरित किया और उनका उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि अगर किसी के परिणाम अच्छे नहीं आये हैं तो वे निराशा नहीं हों. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात को आज सूखा, जलसंकट व पर्यावरण पर केंद्रित रखा. उन्होंने कहा है कि मनुष्य ने प्रकृति का विनाश कर मनुष्य के विनाश का मार्ग प्रशस्त कर दिया है. पांच जून को पर्यावरण दिवस है. उन्होंने याद दिलाया कि पांच जून को पर्यावरण दिवस है और 21 जून को विश्व योग दिवस. उन्होंनेकहा कि पानी बचाना हम सब का दायित्व है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले दिनों सूखा से प्रभावित 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मुझे मिलने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि मैं हर राज्यकीएक साथ बैठक कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया हर राज्य से अलग-अलग बात की. ढाई-ढाई घंटे उनके साथ बिताए और उनकी बातें ध्यान से सुनीं. हमारे अधिकारियों को भी इस बात से खुशी हुई कि कुछ राज्यों ने जल के लिए अच्छा काम किया.

कुछ राज्यों ने इस क्षेत्र में तकनीक का उपयोग किया है. मैं चाहूंगा कि नीति आयोग इसके विस्तार पर ध्यान दे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पानी परमाप्ता का प्रसाद है. जल संरक्षण, जल संचय और जल सिंचन का एक समान महत्व है. महाराष्ट्र, आंध्र व गुजरात ने ड्रिप एरिगेशन में बड़ा काम किया है. उनकी कोशिश है कि इसमें दो से तीन हेक्टेयर भूमि हर साल जुड़ जाये.

उन्होंने कहा कि झारखंड ने चेकडैम का बहुत बड़ा अभियान चलाया है. पानी रोकने का बड़ा अभियान चलाया है. जून, जुलाई, अगस्त में हम तय करें कि पानी की एक बूंद भी बर्बाद नहीं होने देंगे. इस साल हम दिवाली इस खुशी के साथ मनायें कि हमने कितना पानी बचाया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संबोधन में कैशलेस सोसाइटी बनाने की ओर लोगों से आगे बढ़ने की चर्चा की. उन्होंने इस दिशा में सरकार द्वारा किये जा रहे नये प्रयोगों व प्रयासों की चर्चा की.

प्रधानमंत्री ने रियो ओलिंपिक में मेडल जीतने के लिए खिलाड़ियों से बेहतर प्रयास करने की चर्चा करते हुए खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की तारीफ की. उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों से अपील करता हूं कि वे खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन करें.

पीएम ने कहा कि पिछले दस-बारह दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों से रिजल्ट आ रहे हैं. जो सफल हुए हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूं, जो असफल हुए हैं उन्हें कहना चाहता हूं कि वे निराश न हों और नये सिरे से प्रयास करें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे एप पर एक मेल आया है मध्यप्रदेश के किसी गौरव पटेल का.पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंनेलिखा किमुझे 89.33 प्रतिशत मार्क्स आये. सब मुझे कहने लगे कि यार, चार नंबर आते तो तुम्हें 90 प्रतिशत अंक हासिल हो जाते. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह नाकारात्मकता है, हर चीज में असंतोष खोजने से समाज को हम संतोष की दिशा में कभी नहीं ले जा सकते.

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अभिभावकों से आग्रह करता हूं कि आपके बच्चों ने जो रिजल्ट प्राप्त किया है, उसकी तारीफ करें, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे संतोष गिरि गोस्वामी ने जोधपुर से लिखा है और वे भी ऐसी ही बात कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री ने उस्ताद बिस्मिल्ला खां द्वारा शहनाई को लोकप्रिय बनाने की तारीफ की. उन्होंने स्वच्छता व योग पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि तनाव से पीड़ित विश्व व व्यक्ति को स्वस्थ व दृढ़ इच्छाशक्ति का योगहीबना सकता है. हर व्यक्ति 25-30 मिनट योग में खपाये. 21 जून विश्व योग दिवस सिर्फ एक इवेंट नहीं रहे. आप इसके लिए सक्रिय हों. अभी एक महीना है, इसमें समय लगायें.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंइस बार 21 जून को चंडीगढ़ के कार्यक्रम में शामिल होऊंगा,वहां के लोगों के साथ योग करूंगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब सिर्फ चार अंक के नंबर : 1922 पर मिस्ड कॉल कर आप अपनी भाषा में मन की बात सुन सकते हैं.

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