आतंकवादी हमले में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या, केंद्र ने मांगी रिपोर्ट
श्रीनगर / नयी दिल्ली : श्रीनगर में आज तीन पुलिसकर्मियों की हत्या से सुरक्षा बलों के बीच चिंता बढी है क्योंकि नियंत्रण रेखा के पार से घुसपैठ में तेजी आई है और खुफिया सूचना से पता चलता है कि ज्यादा स्थानीय युवक आतंकवादी समूहों में शामिल हो रहे हैं. केंद्र ने घटना को लेकर राज्य […]
श्रीनगर / नयी दिल्ली : श्रीनगर में आज तीन पुलिसकर्मियों की हत्या से सुरक्षा बलों के बीच चिंता बढी है क्योंकि नियंत्रण रेखा के पार से घुसपैठ में तेजी आई है और खुफिया सूचना से पता चलता है कि ज्यादा स्थानीय युवक आतंकवादी समूहों में शामिल हो रहे हैं.
केंद्र ने घटना को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है जबकि जम्मू…कश्मीर की पुलिस मामले को तवज्जो नहीं देना चाहती और उसका कहना है कि यह आतंकवादी समूहों की ‘‘हताशा में की गई कार्रवाई है.’ श्रीनगर में 90 मिनट के अंदर दो अलग…अलग घटनाओं में तीन पुलिसकर्मी मारे गए . पहली घटना जादीबाल में हुई जब युवकों ने दो पुलिसकर्मियों पर गोलियांे की बौछार कर दी जबकि दूसरी घटना टेंगपुरा में हुई जहां एक पीएसओ मारा गया.
पुलिस महानिदेशक के. राजेन्द्र कुमार और पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर) एस जे एम गिलानी ने इसे ‘‘आतंकवादी समूहों की हताशा’ करार दिया. बहरहाल सुरक्षा एजेंसियों और केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्र इसको लेकर काफी सचेत हैं क्योंकि खुफिया सूचना में पिछले शुक्रवार को चेतावनी दी गई थी कि प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी संभावित हमला कर सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि समझा जाता है कि श्रीनगर शहर के करीब 15 युवक इस वर्ष हिज्बुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकवादी समूहों में शामिल हुए हैं. माना जा रहा है कि वे ‘स्लीपर सेल’ के तौर पर काम कर रहे हैं और कुछ प्रशिक्षित कैडर को साजो सामान से समर्थन कर रहे हैं. पिछले वर्ष 92 स्थानीय लोग आतंकवादी समूहों में शामिल हुए.