असम के मुख्यमंत्री बने सर्बानंद सोनोवाल, मोदी-शाह व आडवाणी रहे मौजूद
गुवाहाटी : पूर्वोत्तर में पहली बार भाजपा को सत्ता में पहुंचाने वाले सर्बानंद सोनोवाल को आज यहां असम के 14 वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ दिलायी गयी. वह 11 सदस्यीय मंत्रिमंडल की अगुवाई कर रहे हैं जिसमें सहयोगी दल – असम गण परिषद :अगप: और बोडो पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के प्रतिनिधि भी शामिल हैं. […]
गुवाहाटी : पूर्वोत्तर में पहली बार भाजपा को सत्ता में पहुंचाने वाले सर्बानंद सोनोवाल को आज यहां असम के 14 वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ दिलायी गयी. वह 11 सदस्यीय मंत्रिमंडल की अगुवाई कर रहे हैं जिसमें सहयोगी दल – असम गण परिषद :अगप: और बोडो पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के प्रतिनिधि भी शामिल हैं.
यहां खानपारा मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ पार्टी नेता लाल कृष्ण आडवाणी, पार्टी के मुख्यमंत्रियों और राजग सहयोगियों के नेताओं की मौजूदगी में 54 वर्षीय सोनोवाल एवं उनके मंत्रियों को राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. सोनोवाल ने असमी भाषा में शपथ ली. सोनोवाल के साथ ही गठबंधन सहयोगियों – असम गण परिषद (अगप) एवं बोडो पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के मंत्रियों समेत 10 मंत्रियों ने इस कार्यकम में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है. भाजपा से जिन छह सदस्यों ने मंत्री पद की शपथ ली, वे हैं पार्टी के रणनीतिकार हिमंत विश्व शर्मा, चंद्रमोहन पटवारी, रंजीत दत्ता, परीमल सुक्लाबैद्य, पल्लब लोचन दास और नबा कुमार डोली. शर्मा पिछले साल कांग्रेस छोडकर भाजपा में आ गए थे.
अगप के दो नेताओं- अतुल बोरा (जूनियर) और केशब महंत तथा बीपीएफ से प्रमिला रानी ब्रह्मा और रिहान डेमरी ने मंत्री पद की शपथ ली. ब्रह्मा और डेमरी ने बोडो भाषा में शपथ ली, सुक्लाबैद्य ने बांग्ला में तथा बाकी ने असमी में शपथ ली. निवर्तमान कांग्रेस मुख्यमंत्री तरुण गोगोई भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे.
शपथ ग्रहण समारोह के बाद सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि केंद्र एक्ट ईस्ट नीति के तहत पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के साथ असम के त्वरित विकास सुनिश्चित करने के लिए सभी सहायता उपलब्ध कराएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत असम पूरे पूर्वोत्तर का प्रभावी सर्वांगीण विकास करने के लिए केंद्रबिंदु होगा और यह क्षेत्र देश के प्रभावशाली विकसित हिस्से के रुप में उभरेगा . ‘ सोनोवाल ने अपने भाषण में कहा, ‘‘आने वाले दिनों में असम को अवैध विदेशियों एवं भ्रष्टाचार से मुक्त कराना हमारी कटिबफ्ता है. हम कटिबद्ध हैं कि हम सफल हांेगे. ‘ इस मौके पर उपस्थित अन्य गणमान्य लोगों में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सुरेश प्रभु, राम विलास पासवान, वेंकैया नायडू, निर्मला सीतारमण, राजीव प्रताप रुडी, जितेंद्र सिंह, जयंत सिन्हा, किरण रिजीजू और वी के सिंह शामिल थे.
भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (मध्यप्रदेश), वसुंधरा राजे सिंधिया (राजस्थान), आनंदीबेन पटेल (गुजरात), देवेंद्र फडणवीस (महाराष्ट्र), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा), रमन सिंह (छत्तीसगढ), लक्ष्मीकांत पारसेकर (गोवा) उपस्थित थे. इस कार्यक्रम में गठबंधन सहयोगी दलों – अकाली के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (पंजाब) और तेदेपा के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (आंध्रप्रदेश) भी पहुंचे. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के अलावा अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री कलिको पुल और सिक्किम के मुख्यमंत्री पी के चामलिंग भी मौजूद थे.