तिरुवनंतपुरम :केरल में माकपा की अगुवाई वाली नयी एलडीएफ सरकार के मुखिया के तौर पर पिनराई विजयन ने आज यहां शपथ ग्रहण किया. उनके साथ उनके कैबिनेट में 19 मंत्री शामिल हो रहे हैं. केरल में कम्युनिस्ट आंदोलन के उभार के साथ ही पिनराई विजयन का सियासी आगाज उनकी मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी के साथ एक पड़ाव पूरा करने जैसा है.
पिनराई विजयन का संबंध बेहद गरीब परिवार से रहा है. उन्होंने शिखर तक पहुंचने से पहले राजनीतिक बियावान में वर्षों बिताए हैं. अदभुत संगठन क्षमता, जबरदस्त प्रशासनिक क्षमता के रूप में पहचाने जाने वाले विजयन को केरल के फिदेल कास्त्रो माने जाने वाले वीएस अच्युतानंदन का प्रतिद्वंद्वी बताया जाता है.
इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता वीएस अच्युतानंदन के आधिकारिक आवास पर उनके साथ संक्षिप्त बैठक के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए नामित विजयन ने सूबे में जीत के बाद कहा कि हम लोगों ने 25 मई की शाम सेंट्रल स्टेडियम में कार्यक्रम के आयोजन की योजना बनायी है. नयी सरकार के बारे में पूछे जाने पर विजयन ने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए एलडीएफ का भी सहयोग लिया जाएगा. विजयन ने कहा कि अच्युतानंदन पार्टी के वे आखिरी नेता हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद संभाला है और जो अनुभवी हैं. इसलिए उनसे विभिन्न मुद्दों को समझना बहुत आवश्यक है.
आपको बता दें कि माकपा ने अपने राज्य सेक्रेटेरियट और राज्य समिति की बैठक में विजयन को एलडीएफ का नया नेता चुना था. 19 मई को घोषित हुए परिणाम में एलडीएफ ने 140 विधानसभा सीटों में से 92 पर जीत दर्ज की थी.