नयीदिल्ली: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने इशरत जहां मामले में पूर्व की कांग्रेसनीत संप्रग सरकार पर अब तक का सबसे बड़ा आरोप लगाया है. किरण रिजिजू ने कहाकि तत्तकालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम की अगुवाई मेंसंप्रग के गृह मंत्रालय ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम किया. उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ नरम रुख अपनाया.
एक मीडिया हाउस को दियेअपने इंटरव्यू के दौरान किरण रिजिजू ने कहा कि उस वक्त की सरकार के गृहमंत्रालय ने सच छुपाने के लिए पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम किया. हालांकि रिजिजू नेयहभी कहा कि वो पी चिदंबरम का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि चिदंबरम अब तक के बेहतरीन प्रशासक, सबसे बेहतरीन मंत्रियों में से एक हैं.
किरण रिजिजू ने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि इशरत जहां को क्लीन चिट देने का फैसला चिदंबरम के अकेले का है. यह निश्चय ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की सहमति भी रही होगी. उन्होंने कहा कि मामले में लश्कर ने एनकाउंटर के ठीक बाद उसे ‘शहीद’ बता दिया, लेकिन जिस दिन मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी को जांच सौंपी गयी. लश्कर ने अपना बयान बदल दिया. तब उसने कहा कि उससे गलती हुई है और इशरत उसके मॉड्यूल का हिस्सा नहीं थी. इससे साबित होता है कि सब इसमें मिलकर काम कर रहे थे.
हां, लश्कर के साथ नाश्ता किया : चिदंबरम
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू केइन आरोपों पर पूर्व मंत्री पी चिदंबरम ने तंज कसते हुए जवाब दिया है. पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा कि हां, हमने लश्कर के साथ ब्रेकफास्ट किया था और उन्हें डिनर के लिए भी बुलाया था. चिदंबरम ने किरन के बयान को गैरजिम्मेदार बताया. कांग्रेस ने इस आरोप का पुरजोर विरोध करते हुए मंत्री को हटाए जाने की मांग की है.