अफ्रीकी नागरिकों पर हुए हमलों पर केंद्र सख्त, पुलिस ने 5 को किया गिरफ्तार
नयी दिल्ली : दिल्ली में अफ्रीकी नागरिकों पर हमले को लेकर नाराजगी के माहौल के बीच मामले में कथित संलिप्तता को लेकर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस को हमलावरों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है साथ ही अफ्रीकी नागरिकों की बसावट वाले इलाकों […]
नयी दिल्ली : दिल्ली में अफ्रीकी नागरिकों पर हमले को लेकर नाराजगी के माहौल के बीच मामले में कथित संलिप्तता को लेकर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस को हमलावरों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है साथ ही अफ्रीकी नागरिकों की बसावट वाले इलाकों में गश्त तेज करने को कहा है. गिरफ्तार किये गये लोगों में बाबू (32), ओम प्रकाश (24), राहुल (24), अजय (25) और कुणाल (20) शामिल हैं. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) ईश्वर सिंह ने बताया कि तीन और लोगों की पहचान की गयी है तथा पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहले कुणाल के नाबालिग होने का संदेह था किन्तु कई दस्तावेजों की पडताल करने के बाद उसकी वास्तविक आयु की पुष्टि हुई. इस बीच, इस सिलसिले में रविवार को एक नया मामला कैमरून के एक भाई बहन पर हुए कथित हमले को लेकर दर्ज किया गया. इन घटनाओं से पहले कांगो के एक नागरिक की हत्या की गयी थी जिसको लेकर सभी अफ्रीकी देशों के राजदूतों की काफी नाराजगी भरी प्रतिक्रिया आयी थी. उन्होंने पिछले सप्ताह भारत सरकार द्वारा आयोजित अफ्रीकी दिवस समारोह का बहिष्कार करने की धमकी दी थी. हालांकि उन्हें बाद में इसमें भाग लेने के लिए मना लिया गया. पुलिस के अनुसार बृहस्पतिवार को अफ्रीकी नागरिकों के साथ हुई घटनाओं में तेज आवाज में संगीत सुनना और सार्वजनिक तौर पर शराब पीना कारण रहे थे.
एक पुलिस अधिकारी ने हमलों में छडों या बल्लों के इस्तेमाल की बात को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा होता तो अलग तरह की चोट आतीं. उन्होंने कहा कि एक महिला को नाक में चोट आई है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की निंदा की और दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक वर्मा को अपने आवास पर बुलाकर आरोपियों पर कडी कार्रवाई का निर्देश दिया. सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली के पुलिस आयुक्त से कुछ अफ्रीकी नागरिकों के खिलाफ हमलों की घटनाओं के संबंध में बात की। इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं.’ उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘दिल्ली के पुलिस आयुक्त को हमलावरों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने का और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके इलाकों में गश्त बढाने का निर्देश दिया.’ इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गृहमंत्री और दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से घटना के बारे में बात की थी. उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में अफ्रीकी नागरिक रहते हैं, उनमें संवेदनशीलता बढाने के लिए अभियान चलाया जाएगा.
विदेश मंत्री ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैंने दक्षिण दिल्ली में अफ्रीकी नागरिकों पर शनिवार के हमले के बारे में श्री राजनाथ सिंह जी और दिल्ली के उपराज्यपाल से बात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषी जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे और उन क्षेत्रों में लोगों को संवेदनशील बनाने का अभियान भी चलाया जाएगा जहां अफ्रीकी नागरिक रहते हैं.’ सुषमा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘‘मैंने राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह और सचिव अमर सिन्हा को अफ्रीकी छात्रों से मिलने को कहा है जिन्होंने जंतर मंतर पर प्रदर्शन की घोषणा की है.’ विदेश मंत्रालय में सचिव :आर्थिक संबंध: सिन्हा हमलों के बाद अफ्रीकी समुदाय के लोगों के साथ संपर्क में हैं. इस बीच विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह ने दावा किया कि अफ्रीकी नागरिकों पर हमला मामूली झडप थी और मीडिया इसे अनावश्यक रुप से बढा-चढाकर दिखा रही है जिसे लेकर उन्होंने सवालिया निशान लगाया.
वहीं, विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस के साथ विस्तृत चर्चा हुई है और पाया गया है कि राजपुर खुर्द में मामूली झडप को मीडिया ने अफ्रीकी नागरिकों पर हमले के तौर पर पेश किया.’ उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया ऐसा क्यों कर रही है? जिम्मेदार नागरिक उनसे सवाल पूछें और उनका उद्देश्य जानें.’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने अलग से कहा कि सरकार मासुंदा कितांदा ओलिवर के शव को वापस उसके वतन भेजेगी, जिसकी दक्षिणी दिल्ली इलाके में इस महीने की शुरआत में हत्या कर दी गयी थी. स्वरुप ने कहा, ‘‘मासुंदा ओलिवर की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के मामले में सरकार उनके परिवार को भारत की यात्रा करने और उनके शव को लेने में मदद करेगी. हम अपने खर्च पर उनका पार्थिव शरीर कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य ले जाने का इंतजाम करेंगे.’ अफ्रीकी देशों के राजदूतों ने ओलिवर की हत्या पर गुरुवार को आक्रोश जताया था जिसके बाद भारत ने अफ्रीकी नागरिकों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया था. ताजा घटनाओं के संबंध में पुलिस ने कहा कि ये अलग अलग घटनाएं हैं और संगठित तरीके से हमलों जैसी कोई बात नहीं है.
इस बीच शनिवार से पुलिस ने इलाके के कई आवासीय संघों के साथ बैठकें की हैं. इसी तरह की एक बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस उपायुक्त ईश्वर सिंह ने नागरिकों से कहा, ‘‘वे हमारे देश आये हैं. वे हमारे मेहमान हैं. वे केवल इसलिए यहां आये हैं क्योंकि हम पर भरोसा करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘आप जिस तरह का बर्ताव उनके साथ करते हैं, उसका असर बाहर रहने वाले हमारे भाइयों पर होगा. जिस तरह कांगो के युवक की हत्या के बाद भारतीयों पर हमले किये गये.’