मुंबई : शिवसेना ने महाराष्ट्र से पी. चिदंबरम को राज्यसभा भेजने के कांग्रेस के फैसले को गलत ठहराया है. अपने मुखपत्र सामना के लेख के माध्यम से पार्टी ने कहा कि ऐसा करके कांग्रेस न सिर्फ चिंदबरम को जबरन महाराष्ट्र की जनता पर थोप रही है, बल्कि अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रही है. पार्टी के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में शिवसेना ने लिखा कि इशरत जहां मामले में नि शाने पर रहे चिदंबरम को कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए महाराष्ट्र पर थोपा है. शिवसेना ने कहा कि जिस नेता पर आर्थिक हेराफेरी की आंच है जिसकी जांच जारी है और वह इशरत जहां मामले में हुई गड़बड़ी में शामिल है. ऐसे में चिदंबरम पर अपना हाथ रखकर कांग्रेस बड़ी गलती कर रही है.
कांग्रेस के फैसले पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना ने कहा कि चिदंबरम को उनके तमिलनाडु में पैर रखने की जगह नहीं मिली तो वह लुंगी डांस महाराष्ट्र के माथे मढ़ने का पाप कांग्रेस कर रही है. शिवसेना ने कहा कि बैकडोर से नेताओं को राज्यसभा भेजा जा रहा है, पहले भी इस प्रकार के कृत्य किए गए हैं और कांग्रेस ने कई नेताओं को महाराष्ट्र से संसद पहुंचाने का काम किया है. ऐसे नेताओं ने सूबे के लिए कुछ नहीं किया. सिर्फ राज्यसभा में आंकड़ा बढ़ाने के लिए किसी नेता को महाराष्ट्र पर लाद देने का काम सही नहीं है.
सामना के माध्यम से शिवसेना ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि चिदंबरम और कपिल सिब्बल, इन दो वकीलों को राज्यसभा में कांग्रेस की बात रखने के लिए लाया गया है, लेकिन क्या आज देश से कांग्रेस को कहने के लिए कुछ बचा भी है?