नाइजीरियाई छात्र देश के लिए समस्या, इन्हें वापस भेजने के लिए बने कानून : गोवा के पर्यटन मंत्री

पणजी : देश में अफ्रीकी और नाइजीरियाई मूल के लोगों पर हो रहे हमले और उनकेकथित रूप सेआपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की खबरें इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में है. इस मुद्दे को और हवा दे दी है गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने. उन्होंने कहा है कि ‘ नाइजीरियाई नागरिक गोवा ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2016 5:53 PM

पणजी : देश में अफ्रीकी और नाइजीरियाई मूल के लोगों पर हो रहे हमले और उनकेकथित रूप सेआपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की खबरें इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में है. इस मुद्दे को और हवा दे दी है गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने. उन्होंने कहा है कि ‘ नाइजीरियाई नागरिक गोवा ही नहीं, पूरे देश के लिए समस्या बन चुके हैं.

उनके इस बयान ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. दिलीप यही नहीं रूके. उन्होंने कहा, उन्हें वापस अपने घर भेजने के लिए देश में सख्त कानून की जरूरत है.’ मंत्री ने दावा किया कि पढ़ाई के बहाने छात्र भारत आते हैं और जबरन दूसरों से झगड़ा मोल लेते हैं. वह भारत में ज्यादा दिनों तक रूकना चाहते हैं. सरकार को ऐसे लोगों की सूची बनायी जानी चाहिए जो अपराध में लिप्त रहे हैं, उन पर नजर रखनी चाहिए.
नाइजीरिया और अफ्रीकी मूल के लोगों पर हो रहे हमले को लेकर आज अफ्रीकी छात्रों के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. मुलाकात के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मीडिया को बताया कि जिन जगहों में अफ्रीकी स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है, वहां जागरूकता के लिए कार्यक्रम शुरू करेंगे, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो. उन्होंने दिल्ली में मारे गये छात्र के विषय में कहा, सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट है कि भारतीय नागरिक जो घटनास्थल पर मौजूद थे, उन्होंने ओलिवर को बचाने की हर संभव कोशिश की. एक तरफ सरकार अफ्रीम और नाइजीरियाई छात्रों को सुरक्षित महसूस कराने की कोशिश कर रही है ऐसे में गोवा के पर्यटन मंत्री का बयान नयी परेशानियां खड़ी कर सकता है.

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