हरिद्वार : जिले के रुडकी में आज एक स्थानीय राजनीतिक नेता के समर्थकों द्वारा कबाड का कारोबार करने वाले एक व्यक्ति की दुकान जबरदस्ती खाली कराने को लेकर हुई हिंसा में 12 पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 32 लोग घायल हो गए जिसके बाद प्रशासन ने वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी. सर्किल अधिकारी प्रताप सिंह ने बताया कि दो समुदायों के बीच संघर्ष के दौरान लोगों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवा में कई राउंड गोलियां चलाईं. रुडकी के लांधौरा इलाके में संघर्ष के दौरान दोनों समुदाय के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया और पुलिस की गाडियों में आग लगाई.
उन्होंने बताया कि दोनों गुटों के कम से कम 20 लोग और 12 पुलिस कर्मी संघर्ष में घायल हुए हैं. खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन के समर्थकों ने अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति की दुकान कथित तौर पर जबरदस्ती खाली कराई. कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन हाल ही में मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ विद्रोह करने और फिर भाजपा में शामिल होने के लिए चर्चा में आए थे.
सिंह ने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जब चैम्पियन के लोगों ने दुकान में रखा सामान सडक पर फेंका तो इस प्रक्रिया में उनकी पवित्र पुस्तक का भी अपमान हुआ. पुलिस अधिकारी ने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने चैम्पियन के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने चैंपियन के घर पर पथराव किया तथा बाहर खडी दो कारों सहित चार वाहनों में आग लगा दी. शीघ्र ही इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया.
जिला मजिस्ट्रेट हरबंस चुघ ने बताया कि इलाके में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. उन्होंने बताया कि घटना के मद्देनजर रुडकी में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डेरा डाले हुए हैं और इलाके में बडी संख्या में पुलिस तैनात की गई है. मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घटना की निंदा करते हुए इसे कुछ पागल व्यक्तियों का किया धरा करार दिया. उन्होंने हरिद्वार के शांतिकुंज में एक समारोह से अलग कहा ‘जो लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.’