नयी दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन को लेकर गहमागहमी जारी है. विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन अप्लाई करने की सुविधा के जरिये छात्रों की भागदौड़ थोड़ी कम जरूर कर दी है, बावजूद इसके समस्या कम नहीं हो रही है. एक सीमित दायरे में फार्म और फोटो अपलोड करने की प्रक्रिया छात्रों को परेशान कर रही है. डीयू के नियमों की जानकारी नहीं होने के कारण लोगों के सामने कई तरह के सवाल खड़े हैं, जिनका उत्तर उन्हें नहीं मिल पा रहा है. कुछ लोगों ने एक सवाल यह भी किया है कि क्या नर्सरी की तर्ज पर एक बेटी होने के कारण उन्हें छूट मिल सकती है. इसके जवाब में डीयू ने साफ कर दिया कि इस तरह की छूट डीयू में नहीं मिल सकती है.
विद्यार्थियों के लिए हेल्प डेस्क
तीन सत्रों में आयोजित ओपन डेज में कई छात्रों ने अपने कोर्स से सवाल पूछे तो कइयों ने सीधे अपने नंबर बताकर यह जानना चाहा कि उनका नामांकन होगा या नहीं. शुक्रवार को हेल्प डेस्क के लगने से छात्रों की कई परेशानियां दूर हुईं. छात्रों के साथ उनके माता पिता भी पहुंचे थे . उन्होंने ने भी अपनी चिंता को दूर करने का प्रयास किया. डीयू के डिप्टी डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. गुरप्रीत सिंह टुटेजा ने छात्रों के कई सवालों का जवाब दिया.
उन्होंने विषय को लेकर आ रहे कन्फ्यूजन को भी दूर कर दिया. बीकॉम ऑनर्स को लेकर पूछ गये सवालों के जवाब में उन्होंने कहा बीकॉम ऑनर्स में दाखिले के लिए गणित विषय के साथ बारहवीं पास होना भी जरूरी है और कोई भी कॉलेज इसमें अंक प्रतिशत की अनिवार्यता लागू नहीं कर सकता है. बीकॉम प्रोग्राम के लिए गणित विषय की अनिवार्यता नहीं है। विद्यार्थी बीकॉम व बीए प्रोगाम में स्ट्रीम बदलकर दाखिला लेने पर कटऑफ में होने वाली कटौती को लेकर भी सवाल पूछ रहे थे. इस पर उन्होंने बताया कि इस बार इन दोनों ही कोर्सेज में स्ट्रीम बदलकर दाखिला लेने पर विद्यार्थियों को अधिकतम 1 से 5 प्रतिशत की कटौती का सामना करना होगा. डीयू के रजिस्ट्रार ने छात्रों को राहत देने की कोशिश करते हुए कहा , डीयू का ऑनलाइन प्रोसेस अच्छी तरह कार्य कर रहा है. . ऑनलाइन फॉर्म भरने से पहले आप इंफर्मेशन बुलेटिन जरूर पढ़ लें ताकि कोई गलती ना हो. अगर फिर भी कोई जानकारी चाहिए तो , तो आप डीयू को ईमेल कर सकते हैं आपकी सहायता जरूर की जायेगी.
कई एक्सपर्ट कर रहे हैं छात्रों की मदद
डीयू के नामांकन प्रकिया को बेहतर ढंग से समझने के लिए कई एक्सपर्ट भी छात्रों की मदद कर रहे हैं. कई अखबार और न्यूज चैनल छात्रों के सवाल उन एक्सपर्ट तक पुहंचा रहे हैं जिससे छात्रों को अपने विषय चुनने और नामांकन प्रकिया को समझने में आसानी हो रही है. दिल्ली विश्वविद्यालय भी अन्य माध्यमों से छात्रों को बेहतर जानकारी देने का प्रयास कर रहा है.
एक साथ कई कॉलेज में कर सकेंगे आवेदन
दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों को एक सहूलियत भी मिल रही है जिसमें . नॉन कॉलेजिएट बोर्ड में दाखिला लेने वाले छात्रों को अब एक फॉर्म से असीमित केंद्र यानी सभी कॉलेजों में आवेदन कर सकेंगे. इसके लिए आपको कॉलेज का चुनाव करना होगा. किसी छात्र ने अगर बीए चुना है तो उसका अन्य केंद्रों में भी बीए के लिए आवेदन हो जायेगा. इसका लाभ यह होगा कि छात्राएं उन सभी कॉलेज में एक साथ आवेदन कर सकेंगी . हर कॉलेज अपनी अपनी कट ऑफ लिस्ट जारी करेगा. इसमें खास बात यह है कि आर्ट्स वाले बीकॉम की सीट ले सकते हैं. आपको बता दें कि नॉन कॉलेजिएट में स्नातक स्तर पर सिर्फ दो कोर्स हैं. इनमें सिर्फ दिल्ली की छात्राओं को दाखिला दिया जाता है. जिन छात्राओं ने 12वीं में आर्ट्स विषय पढ़ा है, वे बीकॉम में दाखिला ले सकती हैं लेकिन उनके 12वीं के बेस्ट फोर के अंक में से पांच फीसदी अंक की कटौती कर दी जाएगी.