मुंबई : महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले एकनाथ खडसे के मामले की जांच एक सेवानिवृत्त जज करेंगे. इसकी घोषणा आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रीदेवेंद्रफडणवीस ने की. मुख्यमंत्री फडणवीस ने आज एक ट्वीट कर कहा कि एकनाथ खडसे ने स्वयं पर लगे आरोपों की जांच की मांग की है, एक सेवानिवृत्त हाइकोर्ट जज उनके खिलाफ जांच के लिए नियुक्त किये जायेंगे.
एकनाथ खडसे पुणे जमीन खरीद मेंकम स्टांप ड्यूटी चुकाने व कथित अनियमितता व अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से कथित रूप से फोन पर बात करने को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद में थे. दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने नयी दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भेंट कर इस मामले में उन्हें एक रिपोर्ट सौंपी थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस बारे में चर्चा की थी, जिसके बाद आज सुबह खडसे ने मुख्यमंत्री से भेंट कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. मुख्यमंत्री ने खडसे का इस्तीफा स्वीकार कर उसे राज्यपाल विद्यासागर राव को भेज दिया.
ध्यान रहे कि खडसे पर लगे आरोप के बाद विपक्षी एनसीपी व आम आदमी पार्टी के साथ सहयोगी शिवसेना का भी भाजपा पर उनके खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ गया था. आम आदमी पार्टी की नेता अंजलि दमानिया उनको कैबिनेट से बाहर करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गयी थीं. भाजपा नेताओं का एक वर्ग भी चाहता था कि खडसे पर कार्रवाई हो. शिवसेना ने तो यहां तक कहा था कि खडसे पर लगे आरोप से उसकी छवि को भी धक्का पहुंचेगा. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने खडसे के इस्तीफे के बाद उनके प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए उनके इस्तीफे को अपरिहार्य बताया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सिपहसलार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा भाजपा की कमान संभालने के बाद भाजपा के किसी प्रमुख नेता का पद से यह पहला इस्तीफा है. विरोधी जहां इसे मोदी-शाह के नेतृत्व वाले भाजपा पर लगा पहला दाग मान रहे हैं, वहीं भाजपा हाइकमान ने खडसे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर यह संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार के आरोप चाहे दूसरों पर लगे या उनके नेताओं पर वे उन्हें बख्शेंगे नहीं.