स्टिंग के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से राज्यसभा चुनाव रद्द नहीं करने की मांग की
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव रद्द नहीं किए जाने का चुनाव आयोग से अनुरोध किया है. कांग्रेस का यह अनुरोध उस स्टिंग आपरेशन की पृष्ठभूमि में है जिसमें विधायक कथित तौर पर अपने मतों के बदले पैसे के लेनदेन की बात करते दिख रहे हैं. पिछले […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव रद्द नहीं किए जाने का चुनाव आयोग से अनुरोध किया है. कांग्रेस का यह अनुरोध उस स्टिंग आपरेशन की पृष्ठभूमि में है जिसमें विधायक कथित तौर पर अपने मतों के बदले पैसे के लेनदेन की बात करते दिख रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से गड़बड़ समीकरण के कारण राज्यसभा चुनाव में भारी लेनदेन की चर्चा हो रही है. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात की. कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से राज्य में जल्द ही राज्यसभा चुनाव कराने की मांग की है.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिंह ने उन धारणाओं को खारिज कर दिया कि यह मामला ‘‘गंभीर’ है और चुनाव रद्द किए जाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि मार्च 2012 में झारखंड में राज्यसभा का चुनाव अपनी गाडी में भारी मात्रा में नकदी के साथ एक उम्मीदवार को पकडे जाने के बाद रद्द किया गया था. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कोई बात कर्नाटक में नहीं हुयी है. टीवी चैनलों के स्टिंग आपरेशन के बाद कर्नाटक में राजनीतिक छींटाकशी शुरू हो गयी है.
स्टिंग में विधायक राज्य से राज्यसभा की चार सीटों के चुनाव में अपने मतों के लिए कथित तौर पर पैसे के लेनदेन की बात करते दिख रहे हैं. आयोग ने कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से एक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. मतदान 11 जून को होना होना तय हुआ है और चार सीटों के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में हैं. एक चैनल के स्टिंग के फुटेज में जनता दल एस के एक विधायक कथित तौर पर पैसे के लेनदेन की बात कर रहे हैं जबकि एक अन्य चैनल के फुटेज में कांग्रेस उम्मीदवार के सी राममूर्ति और निर्दलीय विधायकों के बीच कथित रूप से सौदेबाजी होने की बात है.
राज्यसभा चुनाव में जयराम रमेश (कांग्रेस), ऑस्कर फर्नांडिस (कांग्रेस), के सी राममूर्ति (कांग्रेस), -निर्मला सीतारमण (बीजेपी) और बी एम फारूक (जेडीएस) मैदान में हैं. हर उम्मीदवार को जीतने के लिए 45 वोट चाहिए. कांग्रेस के पास कुल 122 विधायक हैं, साथ ही कांग्रेस की ओर से स्पीकर भी हैं. लेकिन स्पीकर इस चुनाव में मतदान नहीं कर सकते हैं. कांग्रेस के विधायक अपने दो उम्मीदवारों को तो राज्यसभा में भेज सकते हैं, लकिन तीसरे के लिए उन्हें किसी और पार्टी या निर्दलीयों का साथ चाहिए.
जेडीएस के 40 विधायक सदन में हैं. इसमें से जेडीएस के 5 विधायक कांग्रेस के पाले में गये हैं. अब जेडीएस को 10 अन्य विधायकों की मदद से अपने उम्मीदवार को जीताना होगा. भाजपा के पास भी 44 विधायक ही हैं. निर्मला सीतारमण को राज्यसभा में भेजने के लिए भाजपा को एक और विधायक की जरुरत है. नौ निर्दलीय, एक नॉमिनेटेड और 7 अन्य विधायकों पर सबकी नजर है.