वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुरूदास कामत ने पार्टी से इस्तीफा दिया
मुंबई : लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी की मुश्किले थमने का नाम नहीं ले रही है. आज कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. एक पखवाड़े के भीतर पार्टी के दो दिग्गज नेताओं […]
मुंबई : लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी की मुश्किले थमने का नाम नहीं ले रही है. आज कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. एक पखवाड़े के भीतर पार्टी के दो दिग्गज नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. इससे पहले छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता अजीत जोगी ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की थी.
पांच बार सांसद रह चुके हैं गुरुदास कामत
पेशे से वकील गुरुदास कामत कांग्रेस पार्टी से पांच बार सांसद रह चुके हैं. उनकी गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती है. महाराष्ट्र से आने वाले गुरूदास कामत मुंबई नार्थ ईस्ट से चुनाव जीतते थे. कामत केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. 40 सालों से सक्रिय राजनीतिक जीवन जीने के बाद उन्होंने राजनीति से सन्यास लेने का मन बनाया है.
अजीत जोगी ने की नई पार्टी बनाने की घोषणा, नाम और चुनाव चिन्ह जल्द
छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने आज राज्य में एक नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी. राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता अजीत जोगी ने अपने बेटे अमित जोगी के विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर के मरवाही में नई पार्टी के गठन की घोषणा कर दी. जोगी ने एक घोषणापत्र भी जारी किया जिसमें उन्होंने वर्ष 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार बनाने का लक्ष्य लेकर आने बढने की बात कही है. इस महीने की दो तारीख को जोगी ने राज्य में नई पार्टी का गठन करने का संकेत दिया था और इसके लिए आज तक इंतजार करने की बात कही थी.
आज उन्होंने मरवाही में लगभग 10 हजार की संख्या में आए लोगों के सामने नई पार्टी के गठन की घोषणा की. मरवाही विधानसभा क्षेत्र के कोटमी गांव में सभा के दौरान जोगी ने कोटमी घोषणापत्र जारी किया. घोषणा पत्र के मुताबिक राज्य के कोने कोने से पहुंचे छत्तीसगढ के शुभचिंतकों की सर्वसम्मिति और मरवाही विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठजनों के आशीर्वाद से नए दल का गठन करने का निर्णय लिया है.