इंदौर : जहां एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘बेटी बचाओ’ का नारा दे रहे हैं वहीं यहां के अस्पताल में बेटियों की देखभाल नहीं करने का मामला मध्यप्रदेश के इंदौर से आया है. यहां के सरकारी अस्पताल में टीका लगाने के बाद तीन दिन की नवजात की जान चले जाने का मामला प्रकाश में आया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में टीका लगने के बाद तीन दिन की बच्ची की मौत हो गई, लापरवाही का आलम इतने में नहीं थमा, बच्ची की मौत के बाद अस्पताल की मॉर्च्युरी में बच्ची के शव को चींटियां खाती रहीं.
बताया जा रहा है कि नवजात के माता-पिता बच्ची की मौत के बाद डॉक्टरों के सामने पोस्टमॉर्टम जल्द करने के लिए गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उन्होंने एक न सुनी. जब परिजनों ने हंगामा किया तब शव को दूसरे सरकारी अस्पताल भेजा गया. मामले में पिता ने आरोप लगाया है कि बेटी को बुखार आया लेकिन डॉक्टर नहीं आए. आपको बता दें कि इससे पहले भी मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय हॉस्पिटल में लापरवाही के कारण दो बच्चों की मौत कुछ दिन पहले ही हुई है.
खबर है कि यहां तीन दिन पहले जन्मी बच्ची को टीका लगाने के बाद तेज बुखार आया जिसके बाद उसने सोमवार सुबह पांच बजे अंतिम सांस ली. बच्ची की मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि स्टाफ की लापरवाही से बच्ची की जान गई है. उसे बुखार आया, लेकिन नर्स ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया.