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गोवा में नाइजीरियाई पर्यटक की जरूरत नहीं : गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री

पणजी : गोवा में नाइजीरियाई नागरिकों के लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. गोवा के कई अहम मंत्री नाइजीरियाई लोगों की लाइफ स्टाइल और उनके व्यवहार को लेकर सीधे टिप्पणी कर चुके हैं. अब इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का. उन्होंने कहा कि नाइजीरिया के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2016 4:05 PM

पणजी : गोवा में नाइजीरियाई नागरिकों के लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. गोवा के कई अहम मंत्री नाइजीरियाई लोगों की लाइफ स्टाइल और उनके व्यवहार को लेकर सीधे टिप्पणी कर चुके हैं. अब इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का. उन्होंने कहा कि नाइजीरिया के लोगों को देश से बाहर जाने के लिए कह देना चाहिए. हमें नाइजीरिया से आये पर्यटक नहीं चाहिए. रवि यही नहीं रूके. उन्होंने नाइजीरिया के लोगों के लिए अपमानजनक शब्द ‘हबशी’ का भी प्रयोग कर दिया. उन्होंने आगे कहा कि यह लोग सिर्फ गोवा के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं.

पिछले दिनों हैदराबाद और दिल्ली में हुई घटनाओं ने भारत में रह रहे नाइजीरियाई छात्रों की गतिविधि और उनकी सुरक्षा को लेकर नये सवाल खड़े कर दिये हैं. इन घटनाओं को लेकर समय-समय पर राजनीतिक उधल-पुथल भी होती रही. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफ्रीकी और नाईजीरियाई मूल के लोगों को भरोसा दिया कि वह बिल्कुल सुरक्षित महसूस करें.
गोवा में पर्यटक के तौर पर आने वाले नाइजीरियाई नागरिकों की संख्या अच्छी है. यहां इनकी गतिविधियों को लेकर भी सवाल खड़े होते रहे हैं. ड्रग्स और कई जुर्म में इनकीसंलिप्तताचर्चा का केंद्र रही है. ऐसे में गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने भी इनकी जीवन शैली और रहन-सहन को लेकर सवाल खड़े किये थे. उन्होंने कहा था कि गोवा के लोग नाइजीरिया के लोगों से बेहद नाराज हैं. उन्होंने इनके खिलाफ कई शिकायतें की है. पणजी से 20 किलोमीटर दूर अस्सागाव गांव में कथित रूप से एक 31 वर्षीया महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया. इसके अलावा उन पर सड़क जाम करने जैसे कई गंभीर आरोप लगे.
गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर भी इस संदर्भ में अपनी बात रख चुके हैं. उन्होंने कहा है कि ‘ नाइजीरियाई नागरिक गोवा ही नहीं, पूरे देश के लिए समस्या बन चुके हैं. उन्हें वापस अपने घर भेजने के लिए देश में सख्त कानून की जरूरत है.’ मंत्री ने दावा किया कि पढ़ाई के बहाने छात्र भारत आते हैं और जबरन दूसरों से झगड़ा मोल लेते हैं. वह भारत में ज्यादा दिनों तक रूकना चाहते हैं. सरकार को ऐसे लोगों की सूची बनायी जानी चाहिए जो अपराध में लिप्त रहे हैं, उन पर नजर रखनी चाहिए.

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