तेलंगाना मुद्दाः आंध्रप्रदेश विधानसभा वाईएसआर कांग्रेस विधायकों का बहिष्कार

हैदराबाद: तेलंगाना विधेयक के मसौदे पर मतदान की अपनी मांग खारिज किए जाने के बाद वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों ने आज आंध्रप्रदेश विधानसभा से वाकआउट कर दिया. वाईएसआर कांग्रेस की इस कार्रवाई की सभी दलों ने तत्काल आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक 2013 के मसौदे पर चर्चा करने से बच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2014 2:48 PM

हैदराबाद: तेलंगाना विधेयक के मसौदे पर मतदान की अपनी मांग खारिज किए जाने के बाद वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों ने आज आंध्रप्रदेश विधानसभा से वाकआउट कर दिया.

वाईएसआर कांग्रेस की इस कार्रवाई की सभी दलों ने तत्काल आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक 2013 के मसौदे पर चर्चा करने से बच रही है.

सदन की बैठक शुरु होने पर वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और चर्चा से पहले विधेयक के मसौदे पर मतदान की मांग करने लगे। उनके हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई.

बैठक दोबारा शुरु होने पर सदन में वाईएसआर कांग्रेस की नेता वाई एस विजया ने घोषणा की कि विधेयक के मसौदे पर मतदान की अनुमति न मिलने की वजह से वह विरोध स्वरुप सदन से वाकआउट कर रहे हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारुढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल तेदेपा राज्य को विभाजित करने के लिए सांठगांठ कर चुके हैं.इस पर वित्त मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी और तेदेपा विधायक पैयावुला केसव ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस चर्चा से बच रही है.

अनम ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस चर्चा में भाग लेकर विभाजन के मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने के बजाय सदन से भाग रही है. इससे पता चलता है कि पार्टी गंभीर नहीं है.केसव ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है. विभाजन मुद्दे को लेकर तेदेपा के कांग्रेस की कठपुतली होने के विजया के आरोपों को खारिज करते हुए केसव ने कहा कि दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी ने पृथक राज्य के आंदोलन के लिए बीज बोए थे. उन्होंने कहा ‘‘वाईएसआर ने सदन में घोषणा की थी कि कांग्रेस तेलंगाना राज्य के गठन के खिलाफ नहीं है.’’

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