नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में धरने पर बैठ जाने की धमकी देने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जम्मू कश्मीर के उनके समकक्ष उमर अब्दुल्ला ने सलाह दी है कि सामाजिक कार्यकर्ता और मुख्यमंत्री में अंतर होता है.
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से भेंट के बाद उमर ने कहा कि धरने पर बैठना समस्या का हल नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार के साथ मिल-बैठकर ही दिल्ली की समस्याएं हल होंगी. ‘‘उन्होंने कहा, ‘‘देखिए, सामाजिक कार्यकर्ता या विपक्ष के नेता एवं मुख्यमंत्री के बीच अंतर होता है.’‘ उनसे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर धरने पर बैठने के केजरीवाल की धमकी के बारे में पूछा गया था.
उमर ने कहा कि लोगों को दिल्ली के मुख्यमंत्री को वक्त देना चाहिए क्योंकि उन्होंने अभी अभी तो पद संभाला ही है. राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हमें देखना चाहिए कि भविष्य में वह चीजें कैसे आगे लेकर बढ़ते हैं.’‘