अलकायदा के 17 कथित कारिंदों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल
नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने साजिश रचने और आतंकवादी संगठन ‘भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा :एक्यूआईएस:’ के लिए कथित रुप से युवकों की भर्ती करने और उसका आधार स्थापित करने के सिलसिले में आज 17 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया . इनमें से 12 फरार हैं. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने अतिरिक्त सत्र […]
नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने साजिश रचने और आतंकवादी संगठन ‘भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा :एक्यूआईएस:’ के लिए कथित रुप से युवकों की भर्ती करने और उसका आधार स्थापित करने के सिलसिले में आज 17 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया . इनमें से 12 फरार हैं. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रीतेश सिंह के समक्ष दाखिल अंतिम रिपोर्ट में पांच गिरफ्तार आरोपितों – मोहम्मद आसिफ, जफर मसूद, मोहम्मद अब्दुल रहमान, सैयद अंजार शाह और अब्दुल समी को अवैध गतिविधियां (उन्मूलन) अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत कथित आरोपों के लिए आरोपित किया.
उन्हें 2015 के दिसंबर और जनवरी 2016 के बीच देश के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया.
यूएपीए की धारा 18, 18बी और 20 के तहत सभी 17 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया है. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आतंकवादी संगठन अल-कायदा एक्यूआईएस के परचम तले भारत में अपना आधार बनाने की कोशिश कर रहा है और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के कुछ युवक देश छोड चुके हैं और पाकिस्तान में उसके कार्यकर्ता बन गए हैं.
जांच एजेंसी ने दावा किया है कि इस संगठन के अनेक मॉड्यूल में से एक उत्तर प्रदेश के संभल जिला में सक्रिय है. सने आरोप लगाया है कि आरोपित सोशल मीडिया और मोबाइल फोन के माध्यम से पाकिस्तान, ईरान और तुर्की के आतंकवादियों के संपर्क में थे, और उन्होंने उन देशों की यात्राएं की थीं.
जांच एजेंसी का आरोप है कि आरोपितों ने एक्यूआईएस का वित्तपोषण भी किया और ‘जिहाद’ के लिए युवकों को प्रेरित किया. च एजेंसी ने गिरफ्तार आरोपितों के अलावा 12 अन्य लोगों को भी आरोपित किया जो फरार हैं और जिनके खिलाफ पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं.
फरार आरोपित सैयद अख्तर, सनाउल हक, मोहम्मद शरजील अख्तर, उस्मान, मोहम्मद रेहान, अबु सुफियान, सैयद मोहम्मद अर्शियान, सैयद मोहम्मद जीशान अली, सबील अहमद, मोहम्मद शाहिद फैसल, फरहतुल्ला गोरी और मोहम्मद उमर हैं. स मामले में प्राथमिकी पिछले साल 14 दिसंबर को आसिफ की गिरफ्तारी के बाद दर्ज की गई है.