केजरीवाल ने कहा, पहले से गठित होते आ रहे हैं संसदीय सचिव के पद अब दिक्कत क्यों?
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज संसदीय सचिव बनाने के विवाद पर फिर अपनी बात मीडिया के सामने रखी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 1953 से संसदीय सचिव बनाये जा रहे हैं इसे लेकर कभी विरोध नहीं हुआ अब इसे लेकर हंगामा किया जा रहा है. केजरीवाल ने भाजपा पर […]
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज संसदीय सचिव बनाने के विवाद पर फिर अपनी बात मीडिया के सामने रखी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 1953 से संसदीय सचिव बनाये जा रहे हैं इसे लेकर कभी विरोध नहीं हुआ अब इसे लेकर हंगामा किया जा रहा है.
केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर भाजपा संसदीय सचिव बनाये तो वो कानून के आधार पर लेकिन जब हम बनाये तो गैरकानूनी. 1977 में दिल्ली में संसदीय सचिव बने. कांग्रेस ने भी अपने समय यह बनाया. उस वक्त सब सही था अब हमारे वक्त क्या परेशानी हुई. 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. हमारे विधायक काबिल है पढ़े लिखे हैं वो जनता के लिए काम कर रहे हैं.
केजरीवाल के इन बयानों पर भाजपा समेत दूसरी पार्टियों की प्रकिया भी आनी शुरू हो गयी है. भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि ये लोग आम से अब खास बनना चाह रहे हैं लाभ के इतने पदों को बांटने का क्या मतलब है. ये लोग जनता के पैसों को बर्बाद कर रहे हैं. वहीं भाजपा विधायक विजेंन्द्र गुप्ता ने कहा, ये लोग इस मामले के कोट में जाने से पहले सभी तरह की सुविधा का इस्तेमाल कर रहे थे. लेकिन मामला सामने आने के बाद उन्होंने कैबिनेट की बैठक कर सारी सुविधाएं वापस कर दी यह इनका दोहरा रवैया है.