NSG की सदस्यता पर चीन ने नहीं किया है भारत का विरोध : सुषमा स्वराज
नयी दिल्ली : भारत के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सरकार के दो साल पूरे होने पर प्रेस कांफ्रेस को संबोधित किया. सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्रालय के दो साल का कामकाज का ब्यौरा दिया है. विदेश मंत्री ने भारत-पाक रिश्ते, एनएसजी से लेकर विजय माल्या तक तमाम मुद्दों पर मीडिया के सवालों का जवाब […]
नयी दिल्ली : भारत के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सरकार के दो साल पूरे होने पर प्रेस कांफ्रेस को संबोधित किया. सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्रालय के दो साल का कामकाज का ब्यौरा दिया है. विदेश मंत्री ने भारत-पाक रिश्ते, एनएसजी से लेकर विजय माल्या तक तमाम मुद्दों पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया.
सुषमा स्वराज ने कहा कि विदेश मंत्रालय की उपलब्धि की बात करूं तो दो सालों में 55 अरब डॉलर की एफडीआई आयी है. पिछले साल 140 देशों के साथ वार्ता हुई है. विश्व में ऐसे 65 देश हैं जहां भारत से कोई मंत्री नहीं गया है. हमने यह तय कि हम सभी देशों तक पहुंचेंगे जिसमें सभी राज्यों और कैबिनेट मंत्रियों से मदद लेंगे. 4 देशों के साथ 12 स्मार्ट सिटी बनाने का समझौता हुआ है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि हमें उम्मीद है कि NSG को लेकर हम चीन को भी मना लेंगे .चीन एनएसजी की सदस्यता को लेकर भारत का विरोध नहीं कर रहा, यह सिर्फ प्रक्रिया के मानदंडों की बात कर रहा है. पाक को लेकर पूछे गए सवाल पर सुषमा स्वराज ने कहा, मुद्दे सुलझाने से पहले संबंध बनाना जरूरी है. अमेरिका से रिश्ते बेहतर हुए हैं लेकिन हमने पुराने दोस्तों को भुलाया नहीं है, रूस और चीन के साथ हमारी वैसी ही दोस्ती है.
आतंक और वार्ता साथ नहीं चलेगी
पाकिस्तान के मुद्दे पर सुषमा स्वराज ने कहा कि संबंध बनाने का मतलब यह नहीं है कि हम सतर्कता में कमी लाएंगे, हम सतर्क रहेंगे लेकिन मुद्दे सुलझाने से पहले रिश्ते बनाना जरूरी है. पाक से संबंध को लेकर हमने तीन सूत्री नीति बनाई है और उसी पर काम कर रहे हैं.पहला हर मुद्दे वार्ता से हल हों, हर वार्ता के दो पक्षकार (भारत-पाक) होंगे, तीसरा आतंक और वार्ता साथ-साथ नहीं चलेंगे. न जाने इस मामले को क्यों तूल दिया जा रहा है. विजय माल्या को देखते ही उच्चायुक्त वहां से चले गये थे. सुषमा स्वराज ने कहा, हम पठानकोट हमले पर पाकिस्तान की ओर से ठोस कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं. पाकिस्तान ने एनआईए के दौरे का प्रस्ताव खारिज नहीं किया है, कुछ और समय मांगा है
उच्चायुक्त को विजय माल्या के बारे में कोई खबर नहीं थी
उच्चायुक्त को विजय माल्या के बारे में कोई खबर नहीं थी क्योंकि वहां दो कार्यक्रम थे, एक पुस्तक विमोचन का और दूसरा हाई कमिशन की ओर से लंच था. उन्होंने कहा कि उच्चायुक्त विजय माल्या को देखते ही वहां से निकल गये थे. इसके बाद यह मुद्दा उठाना नहीं चाहिए.