सीबीआई ने वीरभद्र के बेेटे विक्रमादित्य से पूछताछ की

नयी दिल्ली : सीबीआई ने कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह से पूछताछ की. सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि सिंह सुबह में जांच एजेंसी की टीम के समक्ष उपस्थित हुए और उनसे पूछताछ की गई. वीरभद्र के बाद उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2016 4:20 PM

नयी दिल्ली : सीबीआई ने कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह से पूछताछ की. सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि सिंह सुबह में जांच एजेंसी की टीम के समक्ष उपस्थित हुए और उनसे पूछताछ की गई.

वीरभद्र के बाद उनके बेटे से पूछताछ

सूत्रों के अनुसार इसी मामले में इस महीने की शुरुआत में वीरभद्र से पूछताछ की गई थी जिस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों की संपत्ति का ब्यौरा देने की जिम्मेदारी उन पर डाली थी. जांच एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि विक्रमादित्य ने सीबीआई की शुरुआती जांच के दौरान दावा किया था कि उनकी संपत्ति का कुछ हिस्सा उनके पिता द्वारा प्रदान किये गये पैसे से लिया गया है. सूत्रों ने कहा कि जांच टीम ने विक्रमादित्य से उनके और वीरभद्र सिंह की ओर से किए गए दावों में अंतर को लेकर सवाल पूछे.

सीबीआई के पास है सबूत

बीते नौ और 10 जून को वीरभद्र से पूछताछ किये जाने के बाद सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया था कि पत्नी और बच्चों के नाम पर हासिल की गई संपत्ति के संदर्भ में वीरभद्र, उनके साथियों और साझेदारों के खिलाफ सीबीआई के पास मजबूत मामला है.” एजेंसी ने जांच शुरू की थी जिसमें कथित तौर पर पता चला कि 2009-2012 में संप्रग सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते हुए वीरभद्र ने अपने नाम और परिवार के सदस्यों के नाम पर 6.03 करोड रुपये की संपत्ति बनायी जो आय से अधिक संपत्ति है.

सीबीआई के मुताबिक वीरभद्र के पास अज्ञात आय

दिल्ली में एक अदालत में सिंह, उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह, एलआईसी एजेंट आनंद चौहान और यूनीवर्सल एपल एसोसिएट लिमिटेड के मालिक चुन्नी लाल चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी. सिंह अपने खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते आ रहे हैं. सीबीआई के एक प्रवक्ता ने आरोप लगाया था कि सिंह ने अज्ञात आय को अपने, पत्नी और परिवार के दूसरे सदस्यों के नाम पर एलआईसी पॉलिसी में निवेश किया तथा इसे कृषि से हुई आय के तौर पर दिखाया.

Next Article

Exit mobile version