नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानसून सत्र से पूर्व अपने कैबिनेट में बड़ा फेरबदल कर सकते हैं. इससे पहले उन्होंने अपने सभी मंत्रियों से 30 जून तक सेल्फ अप्रेजल रिपोर्ट मांगी है. सभी मंत्री अपने विभाग के कामकाज को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे. मंत्रियों के अप्रेजल रिपोर्ट के आधार पर कैबिनेट में फेरबदल की उम्मीद है. सरकार से जुड़े एक सूत्र का कहना है, मोदी सरकार की ओर से दूसरा बजट पेश किये जाने के बाद ही सभी मंत्रियों को अपने विभाग के कामकाज पर एक प्रेजेंटेशन बनाकर देने का निर्देश दिया गया है. कैबिनेट में होने वाले बदलावों के बारे में ऐसी खबर है कि आने वाले साल में जिन राज्यों में चुनाव हैं, वहां के प्रतिनिधियों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश और पंजाब के कोटे से ज्यादा लोगों को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. गौरतलब है कि पंजाब और उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव है और दोनों ही राज्य भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है. भाजपा का प्रयास होगा कि दोनों राज्यों में उसकी सरकार बने या फिर अच्छी संख्या में जीत दर्ज की जाए. नरेंद्र मोदी सरकार राज्यसभा में अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाना चाहती है. इसके लिए राज्य में या तो भाजपा की सरकार होनी चाहिए या फिर विधायकों की एक अच्छी संख्या होनी चाहिए.
बता दें कि पीएम मोदी खुद समय समय पर अपने मंत्रियों और विभिन्न विभागों के काम काज का निरीक्षण करते हैं और इस बात पर विशेष जोर रहता है कि योजनाओं के क्रियान्वयन का तय समय पर हो रहा है या नहीं. आने वाले दिनों में जिन राज्यों में चुनाव है वहां योजनाएं जमीनी स्तर पर पहुंचे मोदी का जोर इस ओर भी है. पिछले चुनावों में हार के बाद से मोदी ने अपने मंत्रियों को कामकाज का प्रचार-प्रसार करने की हिदायत दी है. अब सेल्फ अप्रेजल को लेकर विभिन्न मंत्रालयों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा का माहौल है. सभी मंत्री बेहतरीन रेटिंग पाने के लिए जोर शोर से प्रयास कर रहे हैं.