उड़ीसा में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और साध्वी निरंजन ज्योति के काफिले पर हमला

बारगढ़ :: ओडिशा के बारगढ़ में आज केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और साध्वी निरंजन ज्योति के काफिले पर हमला हो गया. सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) के कुछ विधायकों सहित पार्टी समर्थकों पर केंद्रीय मंत्रियों के काफिले पर हमले का आरोप है. बीजद समर्थकों ने केंद्रीय मंत्रियों के काफिले को काले झंडे भी दिखाए. एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2016 8:00 PM

बारगढ़ :: ओडिशा के बारगढ़ में आज केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और साध्वी निरंजन ज्योति के काफिले पर हमला हो गया. सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) के कुछ विधायकों सहित पार्टी समर्थकों पर केंद्रीय मंत्रियों के काफिले पर हमले का आरोप है. बीजद समर्थकों ने केंद्रीय मंत्रियों के काफिले को काले झंडे भी दिखाए. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कपडा मंत्री गंगवार और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री निरंजन ज्योति को उस वक्त बीजद नेताओं के रोष का सामना करना पडा जब वे जिले में भाजपा की विकास पर्व रैली में शिरकत करने के लिए आए. केंद्र में मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर भाजपा देश के अलग-अलग हिस्सों में विकास पर्व रैलियों का आयोजन कर रही है.

अधिकारी ने बताया कि दोनों केंद्रीय मंत्रियों के दौरे और रैली के लिए पुलिस के कम से कम नौ प्लाटून (करीब 270 जवान) तैनात किए गए थे. प्रदर्शनकारी बीजद समर्थकों ने गंगवार की गाडी के सामने काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किए. उन्होंने बताया कि इस घटना में कम से कम तीन गाडियों को नुकसान पहुंचा. इसमें वह गाडी भी शामिल है जिसमें गंगवार सफर कर रहे थे. भाजपा के प्रदेश महासचिव भृगु बक्षीपात्रा ने आरोप लगाया, ‘‘जब बीजद नेता और समर्थक काले झंडे दिखा रहे थे उस वक्त पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी.” बक्षीपात्रा ने बताया कि प्रदर्शनों के बावजूद गंगवार रैली में शिरकत के लिए रैली स्थल पहुंचे. जब भाजपा समर्थकों ने बीजद समर्थकों की हरकतों का विरोध किया तो तनाव पैदा हो गया. काली कमीजें पहनकर और काले झंडे लेकर बीजद कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक के पास भी प्रदर्शन किया. बारगढ के विधायक देवेश आचार्य की अगुवाई में बीजद कार्यकर्ताओं ने आज सुबह एक बाइक रैली निकालकर भाजपा के विकास उत्सव का विरोध भी किया. अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की हरकतों का बचाव करते हुए आचार्य ने कहा, ‘‘हमने लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया है.”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीजद कार्यकर्ताओं ने शहर में कथित तौर पर साडियों के एक शो रूम में भी तोडफोड की. गंगवार आज इस शो रुम में कुछ बुनकरों से चर्चा करने वाले थे. गंगवार ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. दौरा कर रहे केंद्रीय मंत्रियों को सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. यदि राज्य में केंद्रीय मंत्री सुरक्षित नहीं हैं तो राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को सोचना चाहिए कि क्या यहां आम लोग शांति से रह सकते हैं.” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने दो साल के कार्यकाल का हिसाब जनता के सामने दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पटनायक डरे हुए हैं कि 16 साल पद पर बने रहने के बाद भी, उनके पास लोगों को बताने के लिए कुछ नहीं है. पटनायक को सोचना चाहिए कि राज्य में आने वाले केंद्रीय मंत्रियों से किस तरह का सलूक किया जाता है.’
‘ घटना की निंदा करते हुए भाजपा की ओडिशा इकाई ने कहा कि यह हिंसक घटना सत्ताधारी बीजद की सामंती मानसिकता दिखाती है जो आदिवासियों, गरीबों एवं दलितों के खिलाफ है. भाजपा ने जोर देकर कहा कि गंगवार ओबीसी से संबंध रखते हैं जबकि निरंजन ज्योति दलित तबके से आती हैं और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा एक आदिवासी नेता हैं. भुवनेश्वर में एक संवाददाता सम्मेलन में भृगु बक्षीपात्रा ने बारगढ की घटना के लिए मुख्यमंत्री पटनायक को जिम्मेदार ठहराया. पटनायक के पास ही राज्य के गृह विभाग का प्रभार भी है. उन्होंने दावा किया कि पटनायक की सहमति के बगैर बीजद कार्यकर्ता ऐसे बर्ताव की हिमाकत नहीं कर सकते. उत्तरी क्षेत्र के डीआईजी प्रतीक मोहंती और बारगढ के पुलिस अधीक्षक जुगल किशोर कुमार बनोठ ने मीडिया के सवालों के जवाब नहीं दिए.

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