नयी दिल्ली : आज वित्त मंत्री अरुण जेटली अपने चीन के दौरे से वापस आ रहे हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि स्वदेश वापसी के बाद वे भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को करारा जवाब दे सकते हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास पर स्वामी के द्वारा निशाना साधने के बाद से अरुण जेटली नाराज हैं. वे पार्टी से स्वामी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते हैं. स्वामी के द्वारा अरविंद सुब्रमण्यन पर हमला होते देख वित्तमंत्री अरुण जेटली उनके पक्ष में उतरे थे जिसके बाद स्वामी और जेटली की ट्विटर जंग तेज हो गई थी.
अरविंद सुब्रमण्यन पर हमला करने के बाद भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास को भी नि शाने पर लिया था जिस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक अनुशासित सरकारी अधिकारी पर इस तरह के हमले को ‘अनुचित व गलत’ बताया था.
स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि उनके (दास) खिलाफ महाबलीपुरम के प्रमुख स्थान पर संपत्ति सौदे में मदद पहुंचाने से जुडा मामला लंबित है. स्वामी ने अपने ट्विटर हैंडल के फालोअर्स को जवाब में यह ट्विट किया. उन्होंने रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल तथा दास को रिजर्व बैंक गवर्नर पद से दूर रखने तथा दास को उनके मूल कैडर तमिलनाडु भेजने की मांग की थी. इसके तुरंत बाद जेटली जो कि चीन में थेने ट्विट किया, ‘‘यह वित्त मंत्रालय के एक अनुशासित अधिकारी पर अनुचित व गलत हमला है.’
जेटली ने स्वामी के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम पर हमले का भी बचाव करने में अगुवाई की थी. उन्होंने इस बात पर क्षोभ जताया था कि राजनीतिज्ञ सरकार में बैठे लोगों पर किस हद तक आरोप लगा सकते हैं जबकि अधिकारी अनुशासन की वजह से प्रतिक्रिया नहीं दे सकता.
वित्त मंत्री एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के गवर्नर बोर्ड की बैठक में भाग लेने चीन गए हुए थे. मामले के तूल पकड़ने पर सुब्रमण्यम स्वामी ने एक टीवी चैनल को दिये बयान में कहा कि मुझे वित्त मंत्री अरुण जेटली से कोई लेना-देना नहीं है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अध्यक्ष अमित शाह के प्रति जवाबदेह हूं. उल्लेखनीस है कि स्वामी इससे पहले रिजर्व बैंक के गर्वनर रघुराम राजन व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम पर हमला कर चुके हैं.