11 साल के अंश ने लिखा पीएम मोदी को मार्मिक खत, कहा, ”मैं जीना चाहता हूं”

आगरा : 11 साल के एक मासूम बच्‍चे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मार्मिक चिट्ठी लिखी है. उसने पीएम मोदी से अपनी जान बचाने की गुहार लगायी है. उसने अपने खत के माध्‍यम से मोदी को लिखा, मैं जीना चाहता हूं. मोदी के साथ-साथ उन्‍होंने उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव को भी चिट्ठी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2016 3:40 PM

आगरा : 11 साल के एक मासूम बच्‍चे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मार्मिक चिट्ठी लिखी है. उसने पीएम मोदी से अपनी जान बचाने की गुहार लगायी है. उसने अपने खत के माध्‍यम से मोदी को लिखा, मैं जीना चाहता हूं. मोदी के साथ-साथ उन्‍होंने उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव को भी चिट्ठी लिखी है.

दरअसल आगरा का रहने वाला 11 साल के अंश को ब्‍लड कैंसर है. पिछले 3 साल से उसकी इलाज चल रही है, लेकिन वो अब तक ठीक नहीं हो पाया है. इलाज मेंउसकेमां-पापा के सारे पैसे खर्च हो गये. अब आगे की इलाज के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन वो जीना चाहता है. वैसे में उन्‍होंने पीएम को और सीएम को खत लिखा है.

अंश ने अपने पत्र में लिखा, मेरा नाम अंश है. मैं 11 साल का हूं और मैं ब्‍लड कैंसर के रोग से पीड़ित हूं. मेरा इलाज पिछले 3 साल से चल रहा है. परन्‍तु इलाज के बाद भी मैं अभी ठीक नहीं हुआ हूं. मेरे इलाज में मेरा घर, मम्‍मी के जेवर और बाकी का सारा सामान बिक गया है. पापा पर बहूत कर्ज भी हो गया है. अब मेरे इलाज के लिए उनके पास कोई भी पैसा नहीं है.

अंश ने लिखा, अभी मैं बहुत छोटा हूं और ठीक होकर मैं सुन्‍दर दुनिया देखना चाहता हूं. आज हमारे घर की हालत इतनी खराब है कि खाने के लिए भी बहुत परेशानी होती है. अत: आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि मेरे कैंसर का आप इलाज करायें और मेरे मम्‍मी-पापा की मदद करें.

इधर अंश के पिता ने बताया कि उनके बेटे की इलाज में अब तक 12 लाख खर्च हो चुके हैं. हर हफ्ते 7 से 8 हजार दवाई में खर्च हो जाते हैं. उन्‍होंने कहा, हर ओर से हम कर्जदार हो चुके हैं अगर हमारी मदद नहीं होती है और मेरे इकलौते बेटे को खोने की स्थिति बनती है तो हमलोग भी अपनी जान दे देंगे.

ज्ञात हो इससे पहले भी एक 6 साल की बच्‍ची ने अपनी दिल की बीमारी ठीक करने के लिए वित्तिय सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की अपील की थी. बाद में मोदी ने उस बच्‍ची के इलाज के लिए आवश्‍यक कदम उठाने का निर्देश दिया था.

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