नयी दिल्ली : भाजपा की ऑफिशल लाइन से इतर बोलने के लिए सुर्खियों में रहने वाले राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यन स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘फटकार’ के एक ही दिन बाद ‘गीता के उपदेशों’ की शरण ले ली थी लेकिन आज के उनके ट्वीट को मोदी के जवाब के दौर पर देखा जा रहा है.
भाजपा के सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने आज कहा कि वह प्रचार के पीछे नहीं भागते बल्कि प्रचार उनके पीछे बेतहाशा भागता है और इस संदर्भ में उन्होंने अपने दरवाजे के बाहर खडे बहुत से मीडियाकर्मियों का हवाला दिया. दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वामी की कुछ टिप्पणियों को खारिज करते हुए इसे प्रचार पाने का हथकंडा बताया था.
उन्होंने कहा कि वह मोदी के समर्थक हैं और उनके हौसले की दाद देते हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने उन्हें उकसाने के लिए जान बूझकर झूठी खबरें छापने के लिए मीडिया को भी आडे हाथों लिया. स्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘नई समस्या! जब प्रचार लगातार एक राजनीतिज्ञ के पीछे भागता है. 30 ओवी आपके घर के बाहर हैं. चैनलों और पैपराजी के 200 मिस काल्स.’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘प्रेस्टीट्यूट्स हर रोज जानबूझकर झूठी कहानियां बनाते हैं और यह उम्मीद करते हैं कि मैं उनके उकसावे में आकर जवाब दूंगा. हां.. उन्हें ऐसी उम्मीद है.’ स्वामी ने कहा, ‘‘मैंने पहले भी कहा है और फिर कहता हूं. चाहे कितनी भी आफतें टूटें मैं मोदी के साथ हूं. मैं उनके हौसले की दाद देता हूं. कोई विदेशी ताकत उनको झुका नहीं सकती.’
राज्यसभा के सदस्य स्वामी आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन पर लगाकर शब्दों के बाण चलाते रहे और इसी झोंक में उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी अपने निशाने पर ले लिया, लेकिन उनका यह दॉव भारी पडा और पार्टी आलाकमान ने इसपर अपनी नाखुशी जताई और मोदी ने अप्रत्यक्ष रुप से उनके आचरण को खारिज कर दिया.