11 जुलाई को केंद्रीय कर्मचारियों की हड़ताल का कांग्रेस करेगी समर्थन
नयी दिल्ली: कांग्रेस आज सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ 11 जुलाई को हडताल का आह्वान करने वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के समर्थन में सामने आयी . पार्टी ने इन सिफारिशों को पिछले 70 साल में सबसे खराब बताया और मोदी सरकार पर कर्मचारियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया. पार्टी के वरिष्ठ […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस आज सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ 11 जुलाई को हडताल का आह्वान करने वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के समर्थन में सामने आयी . पार्टी ने इन सिफारिशों को पिछले 70 साल में सबसे खराब बताया और मोदी सरकार पर कर्मचारियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया. पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारी निराश एवं हताश हैं क्योंकि सरकार ने सिफारिशों को बेहतर नहीं करने का निर्णय किया है.उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कर्मचारियों, जिन्हें पिछली सरकारों ने उनके वेतन में 40 प्रतिशत तक वृद्धि दी थी, अब उनके लिए महज 14.27 प्रतिशत की सिफारिश की गयी है.
यह लाभार्थियों के साथ अन्याय और अपमानजनक है.” माकन ने ध्यान दिलाया कि सरकारी कर्मचारी परिसंघ अपनी नाराजगी जताने के लिए 11 जुलाई से हडताल करेगा. इनमें भारतीय रेलवे, आयुध कारखाने के असैन्य कर्मी तथा डाक एवं तार विभाग के कर्मी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हम उनका समर्थन करते हैं और उम्मीद है कि सद्बुद्धि आयेगी तथा भारत सरकार निर्णय की समीक्षा करेगी.पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीपीसी के पिछले 70 साल के इतिहास में यह सबसे खराब सिफारिशें हैं तथा इसे कर्मचारियों के लिए स्वीकार्य बनाने के मकसद से इसमें व्यापक बदलाव की जरुरत है ताकि वे कुछ हद तक उनकी उम्मीदों के अनुरुप बन सकें.
सशस्त्र बल कर्मचारियों के संबंध में सिफारिशों के बारे में एक सवाल के जवाब में कांगे्रस ने कहा कि वह उनका समर्थन करती है. उन्होंने कहा, ‘‘यह बात नहीं है कि सशस्त्र बलो को ज्यादा मिलता है तथा अन्य को कम. सशस्त्र बल कुछ मायनों में ज्यादा नुकसान झेलते हैं.”