नयी दिल्ली : भाजपा के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के तेवर अभी भी नर्म नहीं पड़े हैं. उनके बयानों से ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सधी फटकार का उनपर कोई असर नहीं पड़ा है. अपने बयानों से केंद्र सरकार और भाजपा दोनों के लिए समस्या खड़ी करने वाले स्वामी ने अब सीधे मोदी सरकार के ‘अच्छे दिनों’ पर करारा प्रहार करते हुए ट्वीट किए हैं. उन्होंने शुक्रवार सुबह अपने ट्विटर वॉल पर ‘जीडीपी’ के तीर से आरबीआई और सरकार दोनों पर एकसाथ नि शाना साधा जो सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
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डॉ सुब्रमण्यन स्वामी की कहानी : हॉर्वर्ड में भी पश्चिमी पहनावे से नहीं था उनका नाता
स्वामी ने सुबह-सुबह ट्विटर पर लिखा कि अगर मैं इंडेक्स नंबर के सैमुअल्सन-स्वामी थ्योरी को भारतीय जीडीपी की गणना या आरबीआई इंटरेस्ट रेट पर लागू करूं तो मीडिया चिल्लाने लगेगी कि स्वामी पार्टी विरोधी गतिविधी में शामिल है. इसमें कोई शक नहीं है कि सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट के जरिए जिस तरह देश की जीडीपी के आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं, इससे मोदी सरकार को विपक्ष नि शाना बना सकती है.
If I apply Samuelson-Swamy Theory of Index Numbers to India's GDP calculation or RBI interests rates, media will scream anti party activity!
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 1, 2016
यहां गौर करने वाली बात यह है कि दो साल के कार्यकाल के बाद केंद्र सरकार अगर अपनी सफलताओं को गिनाने बैठती है तो पहला नंबर बेहतर जीडीपी को देती है और ऐसे में जीडीपी पर स्वामी के सवाल ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करने का काम किया है. उल्लेखनीय है कि पॉल सैमुअलसन एक प्रतिष्ठित अमेरिकी अर्थशास्त्री थे जिन्हें स्वामी कई मौकों पर अपना गुरु तक बता चुके हैं.