ढाका हमले के बाद ISIS बना सकता है पश्चिम बंगाल और असम को निशाना
नयी दिल्ली : बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गत शुक्रवार रात हुए आतंकी हमले को लेकर एक नई बात सामने आयी है. सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश सरकार ने आतंकियों की बात नहीं मानी थी जिसके बाद इस हमले को अंजाम दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार आतंकियों की मांग थी कि, ‘लोगों की रिहाई के […]
नयी दिल्ली : बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गत शुक्रवार रात हुए आतंकी हमले को लेकर एक नई बात सामने आयी है. सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश सरकार ने आतंकियों की बात नहीं मानी थी जिसके बाद इस हमले को अंजाम दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार आतंकियों की मांग थी कि, ‘लोगों की रिहाई के बदले उनके कुछ साथियों को रिहा किया जाय और वे खुद भी सुरक्षित निकला चाहते थे.’ उनकी ये बात बांग्लादेश सरकार ने मानने से इनकार कर दिया था. इस हमले में एक भारतीय लड़की की भी जान चली गई जिसकी जानकारी खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर दी है.
सुषमा स्वराज ने कहा है कि उन्होंने हमले में मारी गईं तारुषि जैन के पिता से बात की है. आपको बता दें कि करीब 7 आतंकवादियों ने 1 जुलाई की शाम ढाका के वीआईपी इलाके में स्थित रेस्टोरेंट होली आर्टिसन बेकरी पर हमला कर 20 लोगों की हत्या कर दी. इस हमले के बाद भारत ने सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा बढा दी है.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक ढाका में हुए आतंकी हमले के बाद अब आतंकी संगठन पश्चिम बंगाल और असम को निशाना बना सकते हैं जिसको लेकर सतरर्कता बरती जा रही है.
पश्चिम बंगाल में रेड अलर्ट
ढाका में आतंकवादी हमले की घटना के बाद पश्चिम बंगाल में रेड अलर्ट जारी किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को सतर्क करते हुए एक पत्र भेजा है, जिसमें सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी रखने एवं तलाशी अभियान चलाने तो कहा गया. नदिया, मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर 24 परगना में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि कुछ बांग्लादेशी आतंकवादी सीमा पार कर बंगाल में प्रवेश कर सकते हैं. इस सूचना के बाद सीमा की निगहबानी कर रही बीएसएफ को भी विशेष रूप से सतर्क रहने की हिदायत की गयी है.
बीएसएफ की नाकेबंदी
सीमा के 500 मीटर अंदर तक के इलाके की बीएसएफ ने नाकेबंदी कर रखी है. राज्य के सीमावर्ती इलाकों के आसपास के गांवों में पुलिस विशेष तलाशी अभियान चला रही है. कांटेदार तार विहीन व नदी सीमाओं पर खास तौर से निगरानी रखी जा रही है. जिला पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है. बेनापोल, हिली, मोहदीपुर, चेंगड़ाबांधा, पेट्रापोल समेत राज्य के विभिन्न भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य केंद्रों पर निगरानी बढ़ा दी गयी है.
ट्रकों की विशेष तलाशी
सीमा के उस पार से आने वाले ट्रकों की विशेष रूप से तलाशी ली जा रही है. भारत आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों पर भी नजर रखी जा रही है. कोलकाता एवं आसपास के इलाकों में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है. हावड़ा के छोटे-छोटे होटलों के रजिस्टर तक की जांच हो रही है. महानगर के छोटे होटलों पर भी पुलिस व खुफिया विभाग की नजर बनी हुई है. कोलकाता के भीड़भाड़ वाले इलाकों, पोर्ट, रेलवे स्टेशन व शॉपिंग मॉल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
सादी पोशाक में पुलिस कर्मी तैनात
सादी पोशाक में पुलिस कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किये गये हैं. भीड़भाड़ वाले इलाकों एवं शॉपिंग मॉल में लगाये गये सभी सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय रखने का निर्देश दिया गया है. कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग के कर्मचारी भी निगरानी बनाये हुए हैं. सूत्रों के अनुसार यह निगरानी व तलाशी अभियान एक महीने तक जारी रहेगा. सरकार ने बांग्लादेश की हसीना सरकार को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि सुरक्षा के विषय में वह बांग्लादेश के साथ है.
महिला जवानों की भी तैनाती
बीएसएफ के उत्तर बंगाल सीमांत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट से लेकर कूचबिहार जिले में मेखलीगंज तक भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है. सूत्रों ने बताया कि बालुरघाट में हिली सीमा पर बीएसएफ ने महिला जवानों की भी तैनाती की है. इसके अलावा दार्जिलिंग तथा जलपाईगुड़ी जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा पर फांसीदेवा, रायगंज, मानिकगंज इलाके में बीएसएफ के जवान कड़ी पहरेदारी कर रहे हैं. मेखलीगंज के चेंगराबांधा में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बीएसएफ के आइजी संदीप सालुंके ने बताया कि ईद व रथ यात्रा के मद्देनजर पहले से ही सीमा पर सख्त निगरानी चल रही थी, लेकिन बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्तरां में हुए आतंकवादी हमले के बाद सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी गयी है. हालात के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी कर दिया है और विशेष अभियान भी शुरू कर दिया गया है. बीएसएफ बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ लगातार संपर्क बनाये हुए है और स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं. श्री सालुंके ने बताया कि हम लोग भारतीय खुफिया एजेंसियों और बीजीबी के साथ लगातार संपर्क बनाये हुए हैं.