ढाका:बांग्लादेश में उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक क्षेत्र के एक फेमस रेस्टोरेंट में आतंकियों के हमले में मारी गई भारतीय मूल की लडकी तारुषि जैन का शव आज भारत लाया गया. दिल्ली के गुरुग्राम स्थित घर में तारुषि को श्रद्धाजंलि देने वालों का तांता लगा है.
शव भारत लाने के पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में अब तक के सबसे भीषण आतंकी हमले में जान गंवाने वाले 20 लोगों को यहां एक शोक सभा में समूचे देश की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की. राजनयिकों, राजनीतिज्ञों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने ढाका छावनी में ढाका आर्मी स्टेडियम में एक सभा के दौरान मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
आपको बता दें कि इस्लामी आतंकियों ने शुक्रवार को ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित एक कैफे में हमला करके 20 बंधकों की गला रेतकर हत्या कर दी थी. शोकसभा में एक मंच पर ताबूत रखे गए थे, जिनपर भारत, इटली, बांग्लादेश, जापान और अमेरिका के झंडे लपेटे गए थे. यह झंडे हमले में मारे गए लोगों के संबद्ध देशों के थे. हसीना ने मृतकों के ताबूत पर पुष्प चक्र चढाए. आतंकियों ने इस हमले में 20 लोगों को मार दिया था जिसमें तारिषी जैन भी शामिल थीं. हमले की शिकार तारिषी यूपी की रहने वालीं हैं जिनका अंतिम संस्कार आज नोएडा में किया जाएगा.
अंतिम शब्द थे- पापा वे हमें मार डालेंगे
हमले वाली रात तारुषि जैन ने फिरोजाबाद में अपने अंकल को फोन पर कहा था कि हेलो! अंकल, मैं यहां दोस्तों के साथ रेस्तरां में आई थी जहां आतंकवादियों ने हमला कर दिया है. यहां हर तरफ चीख पुकार मची है. गोलियां चल रही हैं… तारिषी ने अपने पिता को फोन करके बताया कि मैं और मेरे दोस्त टॉयलेट में छिपे हैं और बाहर फायरिंग चल रही है. वे हमें भी मार डालेंगे. ये कॉल उसका अंतिम था क्योंकि जब सुबह तारुषि को फोन किया गया तो उधर से किसी का जवाब नहीं आया….
आयतें नहीं सुनाने पर मार डाला
गौरतलब है कि ‘अल्लाह-हू-अकबर’ नारा लगाते हुए रेस्तरां में घुसे आतंकियों ने करीब 40 लोगों को बंधक बनाये रखा था. आतंकियों ने बंधकों से आयतें सुनाने को कहा था. उन्होंने ऐसे 18 लोगों को छोड़ दिया था जिन्होंने आयतें सुनायी लेकिन अन्य 20 को आतंकियों ने धारदार हथियारों से मार डाला. मारे गए सभी लोग विदेशी थे. ज्यादातर इटली और जापान के थे.
तारुषि छुट्टियों में आयी थी
तारुषि के चाचा राजीव जैन ने बताया कि तारिषी बांग्लादेश में रहती है. वह अपने दोस्तों के साथ कैफे गयी थी और उसे बंधक बना लिया गया. अभियान के बाद वह मृत मिली. वह 19 साल की थी. वह अमेरिका में पढाई कर रही थी और माता-पिता के साथ छुट्टियां बिताने ढाका आयी थी.’ अधिकारियों ने यहां बताया कि यूसी ब्रेकेली की छात्रा तारिषी छुट्टियों में आयी थी. उसके पिता पिछले 15-20 साल से बांग्लादेश में कपड़े का व्यापार कर रहे हैं.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का ट्वीट
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड रहा है आतंकवादियों ने तारिषी की हत्या कर दी है. ढाका आतंकवादी हमले में इस भारतीय युवती को बंधक बना लिया गया था.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसके पिता संजीव जैन से बात कर संवेदनाएं व्यक्त की हैं. इस दुखी की घडी में देश उनके साथ है.’ सुषमा ने ट्वीट किया, ‘‘हम परिवार के लिए वीजा का इंतजाम कर रहे हैं. मेरे अधिकारी इसमें लगे हुए हैं. हम तारुषि के चाचा राकेश जैन के साथ संपर्क में हैं.’ ढाका के उच्च सुरक्षा वाले राजनयिक क्षेत्र में स्थित एक रेस्तरां पर हमला कर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने 20 विदेशियों की हत्या कर दी. इनमें तारुषि भी शामिल थी.