आप विधायक नरेश यादव ने कहा, मेरी गलती हुई तो फांसी पर चढ़ा देना
चंडीगढ : मालेरकोटला में 24 जून को हुई पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की कथित घटना के सिलसिले में समन किए जाने पर आप विधायक नरेश यादव ने पार्टी के दूसरे सदस्यों के साथ आज पंजाब के पुलिस प्रमुख से मुलाकात की जिन्होंने ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष’ जांच का आश्वासन दिया. इस घटना में आप विधायक पर […]
चंडीगढ : मालेरकोटला में 24 जून को हुई पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की कथित घटना के सिलसिले में समन किए जाने पर आप विधायक नरेश यादव ने पार्टी के दूसरे सदस्यों के साथ आज पंजाब के पुलिस प्रमुख से मुलाकात की जिन्होंने ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष’ जांच का आश्वासन दिया. इस घटना में आप विधायक पर मामला भी दर्ज किया गया है. दूसरी तरफ इस मामले को लेकर राजनीति भी अब गर्म हो गयी. भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में आप नेता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
Delhi: BJP workers protest against AAP MLA Naresh Yadav, after middleman named him in Quran desecration case pic.twitter.com/8CfHESYwvR
— ANI (@ANI) July 4, 2016
पार्टी के पंजाब प्रभारी संजय सिंह के नेतृत्व में आप के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोडा से यहां उनके कार्यालय में मुलाकात की जिसके बाद यादव ने कहा कि वह जांच में शामिल होने को तैयार हैं. बैठक के बाद यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने डीजीपी से कहा कि मामले के बारे में पता चलते ही हम चंडीगढ आ गए. हम जांच में शामिल होने को तैयार हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने डीजीपी से यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि अगर पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के मामले में उन्हें मेरे खिलाफ साक्ष्य मिलता है तो वे मुझे फांसी पर लटका सकते हैं.’ पंजाब पुलिस के प्रमुख ने आप प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मामले में ‘‘स्वतंत्र, निष्पक्ष’ जांच की जाएगी.
दिल्ली के महरौली से आप के विधायक पर तब मामला दर्ज किया गया जब पवित्र ग्रंथ की कथित बेअदबी मामले के एक आरोपी ने कहा कि उसने विधायक के कहने पर ऐसा किया. विधायक पर भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसमें 109, 153 ए और 295 शामिल हैं. पंजाब पुलिस ने उनसे पूछताछ के लिए पांच जुलाई को पेश होने को कहा था.
आरोपी विजय और यादव के बीच कथित फोन कॉल के बारे में पूछने पर डीजीपी ने कहा, ‘‘ये जांच के दायरे में हैं. मैं आपसे कह सकता हूं कि मैंने आप प्रतिनिधिमंडल से कहा कि हम स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करेंगे.’ आप के वरिष्ठ नेता और पंजाब के प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि आप विधायक जांच में शामिल होंगे इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘हम जांच से नहीं भाग रहे हैं, हमारे खिलाफ लगे किसी भी गलत आरोपों से हम लडेंगे. आप घृणा की राजनीति में विश्वास नहीं करती .’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी भी ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग में या धन हस्तांतरण के माध्यम से हमारे विधायक के खिलाफ कोई साक्ष्य है जो उनकी भूमिका की तरफ इशारा करता है तो आप उन्हें फांसी पर लटका दीजिए. लेकिन गलत आरोप मत लगाइए.
डीजीपी ने हमें आश्वासन दिया है कि निष्पक्ष जांच होगी.’ आप ने इसे 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी को बदनाम करने के लिए ‘‘राजनीतिक षड्यंत्र’ करार दिया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में कल सत्तारुढ शिअद…भाजपा गठबंधन पर हमला करते हुए आरोप लगाया था कि 2017 के विधानसभा चुनावों में आप भारी बहुमत से जीतेगी इसलिए वे ‘‘बेचैन’ महसूस कर रहे हैं और पार्टी को बदनाम करने के लिए इतने निचले स्तर तक उतर आए हैं.
इस मामले में संगरूर पुलिस ने 27 जून को तीन लोगों विजय कुमार, नंद किशोर गोल्डी और गौरव को गिरफ्तार किया था. मामले में आरोपी और दिल्ली निवासी विजय ने दावा किया था कि उसने ‘‘यादव के कहने पर ऐसा किया.’ मालेरकोटला में 24 जून को हुई पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की कथित घटना के सिलसिले में हिंसा भड़क गयी थी जिसमें भीड़ ने अकाली दल की स्थानीय विधायक फरजाना निसार खातून के घर पर हमला कर दिया था. खातून पंजाब के पूर्व डीजीपी की पत्नी हैं. इस घटना में एक डीएसपी सहित कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे क्योंकि करीब तीन सौ से चार सौ लोगों की भीड़पथराव कर रही थी और एक कार में आग लगा दी गयी थी.