पढें मोदी कैबिनेट विस्तार की कुछ खास बातें, क्या रहा समीकरण
नयी दिल्ली: मोदी कैबिनेट का दूसरा विस्तार आज संपन्न हो गया है. कैबिनेट में 10 राज्यों से 19 नए चेहरों को जगह दी गई है. वहीं राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के काम से खुश होकर पीएम मोदी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन दिया है. आज 11 बजे राष्ट्रपति भवन के अशोका हॉल […]
नयी दिल्ली: मोदी कैबिनेट का दूसरा विस्तार आज संपन्न हो गया है. कैबिनेट में 10 राज्यों से 19 नए चेहरों को जगह दी गई है. वहीं राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के काम से खुश होकर पीएम मोदी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन दिया है. आज 11 बजे राष्ट्रपति भवन के अशोका हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई.
आज जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उनके नाम फग्गन सिंह कुलस्ते, अनिल माधव दवे, एसएस अहलुवालिया, रमेश चंदप्पा, राजेन गोहेन, रामदास अठावले, जसवंत सिंह भाभोर, अर्जुनराम मेघवाल, पुरुषोतम रुपाला, अजय टम्टा, महेंद्र नाथ पांडेय, कृष्णा राज, मनसुख भाई मंडविया, अनुप्रिया पटेल, सीआर चौधरी, पीपी चौधरी, सुभाष भामरे और एमजे अकबर है जिन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है.
दो भाजपा के बाहर से
19 नये चेहरों में अनुप्रिया पटेल भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल और रामदास आठवले आरपीआई से हैं, जबकि अन्य सभी भाजपा से हैं. नये मंत्रियों को क्या पोर्टफोलियो दिया जाएगा और किस मंत्री के कामकाज में क्या बदलाव किया जाएगा इसके बारे में घोषणा आज दोपहर के बाद किए जानें की उम्मीद है.
चुनने के पहले काफी हुआ विचार
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कि इन सभी को काफी गहन विचार विर्मश और पुनर्रीक्षण के बाद चुना गया है. पीएम मोदी ‘काम करने वाले और परफॉर्म करने वाले लोग’ चाहते थे. वे चाहते हैं कि ‘उनके गांव, गरीब और किसान के विकास के विज़न और प्राथमिकताओं के आधार पर काम किया जाए ताकि चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे किए गए हैं उन्हें अमलीजामा पहनाया जा सके.
नये मंत्रियों का पेशा
नये मंत्रियों में पीपी चौधरी पेशे से वकील हैं जबकि सुभाष भामरे एक सर्जन हैं. वहीं एमजे अकबर को एक पत्रकार और लेखक के रुप में लोग पहचानते हैं. अर्जुन राम मेघवाल पूर्व नौकरशा हैं और अनिल माधव दवे एक लेखक हैं.
जातिगत समीकरण
नये मंत्रियों को चुनते समय जातिगत, सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को अहमियत दिया गया है. दो नए मंत्री- जसवंत सिंह भाभोर, फग्गन सिंह जो अनुसूचित जनजाति से आते हैं जबकि अजय टम्टा, रामदास आठवले, अर्जुन राम मेघवाल, रमेश चंदप्पा समेत कृष्णा राज पांच मंत्री अनुसूचित जाति के अंतर्गत आते हैं. दो मंत्रियों एमजे अकबर और एसएस अहलुवालिया को अल्पसंख्यक समुदाय से चुना गया है. कैबिनेट में अनुप्रिया पटेल और कृष्णा राज दो महिलाएं भी हैं.
यूपी विधानसभा चुनाव का असर
आज जिन 19 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह दी गई है वे सभी मंत्री 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक और असम से आते हैं. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को देखते हुए यहां से तीन मंत्रियों को जगह दी गई है जिनमें दो महिलायें हैं. यहां से एक ओबीसी, एक दलित और एक ब्रहम्ण चेहरा लाया गया है.