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मोदी कैबिनेट विस्तार के बाद शिवसेना भड़की, कहा- भाजपा ने गंठबंधन धर्म का नहीं किया पालन

मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो साल के कार्यकाल में मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार के बाद गंठबंधन में शामिल शिवसेना नेभाजपापर हमला बोला है. शिवसेना के प्रवक्त संजय राउत ने कहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार एक दिखावा है. भाजपा गंठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है. आज जितने भी नए चेहरों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2016 2:44 PM

मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो साल के कार्यकाल में मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार के बाद गंठबंधन में शामिल शिवसेना नेभाजपापर हमला बोला है. शिवसेना के प्रवक्त संजय राउत ने कहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार एक दिखावा है. भाजपा गंठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है. आज जितने भी नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी गई है सभी भाजपा से हैं.

राउत ने कहा कि जो यह नहीं जानते उन्हें मैं बताना चाहूंगा कि अपना दल का विलय पहले ही भाजपा में हो चुका है. अभी का अलगाव मात्र दिखावा है यही नहीं महाराष्ट्र में रामदास अठावले नाम मात्र के भाजपा से अलग हैं. उनकी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और भाजपा में ही शामिल है. आपको बता दें कि आज जिन 19 नए मंत्रियों को कैबिनेट में जगह दी गई है उनमें से मात्र दो ही भाजपा के बाहर से हैं. एक तो अपना दल की अनुप्रिया पटेल और दूसरे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रामदास अठावले.

गौरतलब है कि आज मोदी सरकार में सहयोगी शिवसेना ने मंत्रिमंडल विस्तार में हिस्सा नहीं लिया. उल्लेखनीय है कि पहले शिवसेना की तरफ से अनिल देसाई का नाम मंत्री बनाए जाने के लिए सामने आ रहा था, लेकिन शिवसेना ने फैसला किया कि वह मंत्रिपद की शपथ नहीं लेंगे जिसके बाद सभी कयासों पर विराम लग गया.

बताया जा रहा है कि संभावित सूची में अनिल देसाई का नाम था जबकि इसे लेकर पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे को औपचारिक फोन नहीं किया गया है, ना ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उनकी पार्टी से विचार-विमर्श किया गया, इसीलिए शिवसेना नाराज है. गौरतलब है कि मोदी कैबिनेट में अबतक का यह दूसरा और सबसे बड़ा विस्तार था जिसमें 19 नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल किए गए. खबर है कि शिवसेना को सिर्फ एक मंत्रिपद दिया जा रहा था, जबकि वह दो मंत्रिपद चाहती थी.

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