जाकिर के खिलाफ सबूत है तो कार्रवाई करे भारत और बांग्लादेश सरकार : दिग्विजय
नयी दिल्ली : जाकिर नाईक से कनेक्शन पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज चुपी तोड़ते हुए कहा कि वे किसी भी प्रकार से आतंकवाद का समर्थन नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम में केवल शांति की बात की थी. उन्होंने कहा कि अगर जाकिर नाईक के खिलाफ पक्का सबूत है तो भारत […]
नयी दिल्ली : जाकिर नाईक से कनेक्शन पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज चुपी तोड़ते हुए कहा कि वे किसी भी प्रकार से आतंकवाद का समर्थन नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम में केवल शांति की बात की थी. उन्होंने कहा कि अगर जाकिर नाईक के खिलाफ पक्का सबूत है तो भारत सरकार या बांग्लादेश सरकार कड़ी कार्रवाई करे. कांग्रेस नेता ने अपने और जाकिर के संबंधों को सिरे से खारिज किया. दूसरी ओर कैबिनेट मंत्री वेंकैया नारूडू ने कहा कि जाकिर का भाषण औश्र जो भी मीडिया में आ रहा है वह आपत्तिजनक है. गृहमंत्रालय हर पहलू पर नजर रखे हुए है. उन्होंने भी कहा आतंकवाद का कोई धर्म या क्षेत्र नहीं होता है. यह मानवता के लिए खतरा है.
If there is evidence against Zakir Naik, GOI or Govt of Bangladesh should take strong action: Digvijaya Singh,Cong pic.twitter.com/3SMoqB0bnm
— ANI (@ANI) July 7, 2016
Terror has no religion or region, it is a threat to the humanity. Entire world must unite together: I&B Minister pic.twitter.com/y7zyklbpqm
— ANI (@ANI) July 7, 2016
गौरतलब है कि मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक इस समय विवादों में हैं और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय भी नाइक की तारीफ करने को लेकर विवादों में घिर गए हैं. दिग्विजय सिंह ने नाइक को शांति दूत कहा था. यह मामला साल 2012 का है. जब एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने नाइक के साथ मंच साझा किया था. इस कार्यक्रम का भी वीडियो भी अब वायरल हो गया है.
इस वीडियो में दिग्विजय को नाइक की तारीफों के पुल बांधते हुए सुना जा सकता है. दिग्विजय सिंह ने नाइक को दुनिया भर में शांति का संदेश देने वाला बताया था. ढाका हमले में शामिल आतंकियों में से दो को जाकिर नाइक के धर्म पर दिए बयानों से प्रेरित बताया गया था. जिसके बाद से नाइक सरकार के रडार पर हैं. आलोचनाओं से घिरे दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि वह जिस इवेंट में जाकिर के साथ शामिल हुए थे वो धार्मिक सद्भावना पर आयोजित हुई थी. कॉन्फ्रेंस में इस विषय पर भी चर्चा हुई थी कि इस्लाम आतंकवाद के खिलाफ है.