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भारी बारिश से मध्‍य प्रदेश व असम में बाढ जैसे हालात, लाखों लोग प्रभावित

देशभर में हो रही बारिश के कारण असम और मध्‍य प्रदेश में बाढ जैसे हालात हो गये हैं. इस बीच दोनों ही राज्यों में राहत अभियान के लिए सेना भेजी गयी है. सेना के जवानों ने दर्जनों लोगों को बाढ से निकालकर राहत शिविरों तक पहुंचाया है और राहत अभियान अभी भी चल रहा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2016 9:49 AM

देशभर में हो रही बारिश के कारण असम और मध्‍य प्रदेश में बाढ जैसे हालात हो गये हैं. इस बीच दोनों ही राज्यों में राहत अभियान के लिए सेना भेजी गयी है. सेना के जवानों ने दर्जनों लोगों को बाढ से निकालकर राहत शिविरों तक पहुंचाया है और राहत अभियान अभी भी चल रहा है. बीते चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से मध्‍य प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अभी भी बारिश थमने के आसार नहीं है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग का कहना है कि भोपाल सहित प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है. जिन जगहों पर भारी बारिश की संभावना है उनमें सागर, दमोह, सतना, पन्ना, छतरपुर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, राजगढ़, आगर, शाजापुर, अशोकनगर, जबलपुर, नरसिंहपुर आदि शामिल हैं. नर्मदा का जलस्तर हर घंटे करीब दो फीट बढ रहा है.

सतना में करीब तीन सौ गांवों में पानी घुस गया है जहां सेना ने लोगों को बचाने के लिए मोर्चा संभाला हुआ है. टीकमगढ़ और सीहोर के कलेक्टर ने स्कूलों की दो दिन के लिए छुट्टी घोषित कर दी है. रेलवे प्रशासन ने बारिश के खतरों से निबटने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. दूसरी ओर असम में स्थिति भयावह है. ब्रहमपुत्र नदी का पानी आठ जिलों में प्रवेश कर जाने के कारण असम में 1.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और कुछ स्थानों पर इसकी सहायक नदियों का तटबंध टूट जाने के कारण कई गांव डूब गए हैं और खेतों को नुकसान पहुंचा है.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमस) ने बताया कि लखीमपुर, धेमाजी, नागांव, जोरहाट, गोलाघाट, मोरीगांव, बिश्वनाथ और बारपेटा जिलों में लोग बाढ में फंसे हुये हैं. उपरी असम में जोरहाट जिला प्रशासन ने भोगदोई नदी से लगे इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है क्योंकि यह खतरे के निशान से उपर बह रहा है. जोरहाट संभाग के जल संसाधन विभाग के कार्यपालक इंजीनियर हरी प्रसाद मिल्ली ने बताया कि धेकोरगोराह प्रखंड के अन्तर्गत उत्तर-पश्चिम राजस्व सर्किल के कई इलाके प्रभावित हुये हैं जहां पर 45 से अधिक गांव डूब गये हैं. जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि बुरी तरह प्रभावित गांव नमोनी ज्ञान गांव, उजोनी ज्ञान गांव, मलोवखत, मुक्तिआर चक, घोरफोलिया, राजखत, कटिचक, कोलमोरा, मलोवपम, पुहरचक सहित अन्य हैं.

दो दर्जन बारातियों से भरा वाहन नाले में बहा, एक की मौत

मध्यप्रदेश में दो अलग-अलग हादसों में उफनती नदी नालों में बहने से दो लोगों की मौत हो गई. सिंगरौली में दो दर्जन बारातियों से भरा चार पहिया वाहन नाले की बाढ में बह गया. वाहन में सवार बाकी बाराती स्वयं को बचाने में सफल रहे, लेकिन एक बाराती की डूबने से मौत हो गई. वहीं, मंडला जिले में बम्हनी के मुख्य मार्ग पर अचानक बाढ का पानी आने से तेज बहाव में चार ग्रामीण बह गये. बचाव दल तीन लोगों को बचाने में सफल रहा जबकि एक 30 वर्षीय महिला की मौत हो गई. सिंगरौली जिले के चितरंगी पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक आर पी मिश्रा ने बताया कि बहरी डांड गांव के पास नाले में बीती रात दस बजे दो दर्जन बारातियों से भरा पिकअप वाहन नाले में आई बाढ के तेज बहाव में बह गया.

इस हादसे में सभी बाराती पानी में बह गये. बाकी बाराती तो अपने आप को किसी तरह बचाने में सफल रहे लेकिन रामलल्लू बैगा (40) की डूबने से मौत हो गई. उन्होंने बताया कि काफी मशक्कत के बाद घटना की करीब 10 घंटे बाद मृतक के शव को नाले से निकाला जा सका. एक अन्य हादसे में मंडल जिले के बम्हनी के मुख्य मार्ग के नाले में अचानक तीन से चार फुट पानी आने से लिमरुआ गांव के रहने वाले चार ग्रामीण तेज बहाव में बह गये. होमगार्ड और नगर पालिका के बचाव दल ने इनमें से तीन लोगों को बचा लिया जबकि विमला बाई (30) की डूबने से मौत हो गई.

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