देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्टिंग ऑपरेशन मामले में विपक्षी भाजपा की खुली बहस की ‘चुनौती’ को स्वीकार कर लिया है. इस स्टिंग में रावत पार्टी के असंतुष्ट विधायकों से उनके समर्थन के बदले कथित तौर पर मोल-भाव करते नजर आ रहे थे. यह मामला हाल ही में उत्तराखंड में हुए राजनैतिक संकट के समय का है. उन्होंने कल यहां पत्रकारों से कहा, ‘अगर हमारे कुछ दोस्त ऐसा चाहते हैं तो हम सार्वजनिक मंच पर इस मुद्दे पर खुली बहस के लिए तैयार हैं.’ भाजपा की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष अजय भट्ट ने हाल ही में रावत को स्टिंग सीडी मामले पर खुली बहस की चुनौती दी थी.
बृहस्पतिवार को भट्ट ने एक वक्तव्य जारी कर कहा था, ‘‘मुख्यमंत्री में अगर नैतिक साहस है तो वे गांधी पार्क या किसी भी अन्य सार्वजनिक स्थल पर आएं और स्टिंग ऑपरेशन के मसले पर जनता और मीडिया के सामने मेरे साथ बहस करें.’ भाजपा नेता मीडिया के एक धडे में आई उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिनमें कहा गया था कि रावत ने अपने घर पर आयोजित ‘जन संवाद’ नाम के कार्यक्रम में आमंत्रित लोगों के सामने स्टिंग ऑपरेशन पर सफाई पेश की थी.
सीबीआई फिलहाल स्टिंग सीडी की जांच कर रही है. स्टिंग सीडी मसले पर लोगों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के लिए ‘जन संवाद’ आयोजित करने के अपने निर्णय का बचाव करते हुए रावत ने कहा कि यह राज्य सरकार की एक अच्छी पहल है. उन्होंने कहा, ‘हालांकि अगर हमारे कुछ दोस्तों को यह पहल अच्छी नहीं लगी है तो मैं सार्वजनिक मंच पर खुली बहस के लिए तैयार हूं.’