श्रीनगर :आतंकी बुरहान वानी को मार गिराये जाने के बाद जम्मू कश्मीर में अभी भी हालात स्थिर नहीं है. हालात पर चर्चा के लिए आज कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में राज्य के तनावपूर्ण माहौल पर चर्चा हुई. जम्मू कश्मीर सरकार के प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा, सरकार राज्य के हालात पर नजर रख रही है.
चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी ने कैबिनेट ने हालात की जानकारी दी है और यह कोशिश की जा रही है कि कहां जान माल का नुकसान ना हो. हिज्बुल मुजाहिदीन बुरहन वानी के मारे जाने के बाद अभी भी कई इलाकों में कर्फ्यू और झड़प जारी है. इन झड़पों में 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. जबकि 17 लोगों के मौत की भी खबर आ रही है. इन आकड़ों में सेना के जवान भी शामिल हैं.
गुस्साई भीड़ ने सुरक्षा बलों के बंकर और गाड़ियों पर भी हमला किया है. अनंतनाग जिले में एक पुलिस वाहन को झेलम नदी में बहा दिया गया. जम्मू कश्मीर में बढ़ती हिंसा के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्रालय ने भी कई आदेश जारी किये हैं जिनमें जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा समेत कई आदेश दिये गये हैं. दूसरी तरफ अमरयात्रा को भी जारी कर दिया गया है. अमरनाथ यात्रियों के लिए सुरक्षा के पूरे इंतजाम किये गये हैं. बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद किए जा रहे प्रदर्शन का एक तबके द्वारा समर्थन किए जाने पर सवाल करते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि सरकार आतंकवाद और हिंसा को बर्दाशत नहीं करेगी. नायडू ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसपर कोई चर्चा और बातचीत नहीं होगी.
उन्होंने कहा, ‘‘ हम वाकई हैरत में है कि कुछ लोग तथाकथित प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहे हैं जिनको आतंकवादियों से हमदर्दी है. वह हिज्बुल मुजाहिदीन का एक कमांडर है, कैसे कोई भारतीय ऐसे लोगों से हमदर्दी रख सकता है?’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीर में संकट तुरंत का घटनाक्रम नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘ कश्मीर मुद्दा बहुत लंबे वक्त से है. हमें इसका दीर्घकालिक समाधान तलाशना है और आतंकवाद तथा हिंसा किसी भी रुप में और कोई भी करे स्वीकार्य नहीं है.’ नायडू ने कहा, ‘‘ जहां तक सरकार का संबंध है, हम बहुत स्पष्ट हैं कि सरकार ऐसी कोई भी गतिविधि को बर्दाशत नहीं करेगी. लेकिन आपके पास इतने पुराने मुद्दे का एक रात में या तैयार समाधान नहीं हो सकता है. सरकार इससे निपटने की कोशिश कर रही है.’
उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोकतांत्रिक तरीके ही अपनाएगा. जल्द से जल्द सामान्य हालत वापस आने की उम्मीद जताते हुए नायडू ने कहा, ‘‘ राज्य में एक निर्वाचित सरकार है. केंद्र सरकार राज्य सरकार को पूरा समर्थन दे रही है. केंद्र और राज्य मिलकर स्थिति से निपटेंगे. मुझे यकीन है कि सामान्य हालत जल्द से जल्द बहाल होंगे.’ उन्होंने कहा कि विकास पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
नायडू ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोकस जम्मू कश्मीर के विकास पर है. उन्होंने दो साल में कई बार जम्मू कश्मीर का दौरा किया है. केंद्र राज्य के लिए एक बडे पेकैज का भी ऐलान किया है.’ प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी उम्मीद जताई कि राज्य में जल्दी हालात सामान्य हो जाएंगे और कहा कि लोगों को सरकार पर भरोसा करना चाहिए.