केरल के 21 लोग हो सकते हैं इस्लामिक स्टेट के संपर्क में : CM
तिरुअनंतपुरम : केरल के युवकों के एक समूह के आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने संबंधी खबरों के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज विधानसभा को सूचित किया कि कुल मिलाकर 21 लोग राज्य से लापता हैं. विजयन ने विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला द्वारा इस विषय को उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
July 11, 2016 3:21 PM
तिरुअनंतपुरम : केरल के युवकों के एक समूह के आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने संबंधी खबरों के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज विधानसभा को सूचित किया कि कुल मिलाकर 21 लोग राज्य से लापता हैं. विजयन ने विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला द्वारा इस विषय को उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने इसके जवाब में बताया कि प्रारंभिक उपलब्ध जानकारी के अनुसार इन 21 युवकों में से 17 कासरगोड और चार पलक्कड से हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद और चरमपंथ का कोई धर्म नहीं होता है और सरकार इस मुद्दे को लेकर समाज में मुस्लिम विरोधी भावनाओं को भड़काने के किसी भी कदम को अनुमति नहीं देगी. उन्होंने बताया, ‘‘ कासरगोड से लापता लोगों में चार महिलाएं और तीन बच्चे हैं. पलक्कड से लापता लोगों में दो महिलाएं हैं.” मुख्यमंत्री ने बताया कि ये लोग विभिन्न कारण बताते हुए अपने घरों से गये थे. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ये लोग सीरिया और अफगानिस्तान गये हैं और ये आईएस के शिविरों में रह रहे हैं.
मीडिया रिपोर्टों के हवाले से विजयन ने बताया कि कासरगोड के रहने वाले एक युवक फिरोज को इस घटनाक्रम के संबंध में कल मुंबई हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है. उन्होंने साथ ही कहा कि वह मुद्दे को सुलझाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से जरुरी कदम उठाएगी. मुख्यमंत्री ने बताया, ‘‘राज्य सरकार किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है.” उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सरकार किसी भी निहित स्वार्थ को हालात का फायदा उठाने की अनुमति नहीं देगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मौजूदा हालात का इस्तेमाल कर समाज में मुस्लिम विरोधी भावनाओं को भड़काने की साजिश है और इसकी अनुमति नहीं दी जायेगी. उन्होंने कहा, ‘‘ पूरे मुस्लिम समुदाय को संदेह की छाया में रखने का भी एक प्रयास हुआ है. लेकिन यह सबको पता है कि केरल में बहुसंख्यक लोग किसी भी प्रकार के आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ हैं. केवल बहुत थोड़े ही लोग इसका हिस्सा बनने की प्रवृति रखते हैं.” उन्होंने साथ ही कहा कि यह भी एक गंभीर मामला है. समस्या पर काबू पाने के लिए केवल सरकार के उपायों को नाकाफी बताते हुए विजयन ने कहा कि सभी वर्गों को साथ लाने और इन तत्वों को अलग- थलग करने के लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत है.
इससे पूर्व चेन्निथला ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य के कुछ युवकों के आईएस से संबंध होने की मीडिया रिपोर्टो के बाद केरल डर की गिरफ्त में है. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इसलिए यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह स्पष्टीकरण दे और लोगों की आशंकाओं को दूर करे. भाजपा के विधायक ओ राजगोपाल सदन के संज्ञान में यह बात लाए कि उनके निर्वाचन क्षेत्र से दंत चिकित्सा में अध्ययनरत अंतिम वर्ष की एक छात्रा लापता है. ऐसी खबरें थीं कि उसने इस्लाम ग्रहण कर लिया था और शादी के बाद पलक्कड चली गयी थी. वह पलक्कड से गायब हुई महिलाओं में शामिल है.
दो दिन पहले कासरगोड के सांसद पी करुणाकरन के साथ इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने वाले माकपा विधायक एम राजगोपाल ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र से लापता अधिकतर लोग अच्छे खासे पढ़े- लिखे और टैक्नोक्रेट्स हैं.
उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्य राज्य और केंद्र की एजेंसियों के पास जो भी सूचना होगी वे साझा करने के लिए तैयार हैं. विधायक ने इस मामले की व्यापक जांच कराने की इच्छा जाहिर की और साथ ही कहा कि राज्य सरकार को प्रभावी तरीके से यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस मुद्दे को लेकर किसी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव पैदा नहीं होने पाये.