चार अफ्रीकी देशों की यात्रा के बाद मोदी स्वदेश लौटे
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ्रीका के चार देशों का आधिकारिक दौरा पूरा करके आज स्वदेश लौट चुके हैं. भारत लौटने के पहले उन्होंने कीनिया की राजधानी नैरोबी पहुंचने के बाद यहां के राष्ट्रपति उहुरु केनयाता के साथ बातचीत की. भारत और कीनिया ने कई क्षेत्रों में सहयोग बढाने का फैसला किया और उन्होंने […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ्रीका के चार देशों का आधिकारिक दौरा पूरा करके आज स्वदेश लौट चुके हैं. भारत लौटने के पहले उन्होंने कीनिया की राजधानी नैरोबी पहुंचने के बाद यहां के राष्ट्रपति उहुरु केनयाता के साथ बातचीत की. भारत और कीनिया ने कई क्षेत्रों में सहयोग बढाने का फैसला किया और उन्होंने रक्षा एवं सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
मोदी अफ्रीका के साथ संबंध और मजबूत करने के लक्ष्य से महाद्वीप के चार देशों की आधिकारिक यात्रा के बाद आज दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे. केन्या की यात्रा के पहले उन्होंने मोजाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका और तंजानिया की यात्रा की थी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहम अफ्रीकी यात्रा के बाद दिल्ली पहुंचे. इस यात्रा में अहम मुद्दों पर वार्ता एवं समझौते हुए.” मोदी ने कल केन्या के राष्ट्रपति उहुरु केन्याता के साथ बातचीत की थी. बातचीत में दोनों पक्षों ने कई क्षेत्रों में सहयोग बढाने का फैसला किया. उन्होंने रक्षा एवं सुरक्षा और दोहरे कराधान से बचाव समेत कई क्षेत्रों में सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
इससे पहले अपने पांच दिवसीय इस दौरे में प्रधानमंत्री ने तंजानिया, दक्षिण अफ्रीका और मोजाम्बिक की यात्रा की थी. भारत ने तंजानिया में एक प्रमुख जल आपूर्ति परियोजना के लिए 9.2 करोड डॉलर के कर्ज की पेशकश की और उसके साथ पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए. दक्षिण अफ्रीका में मोदी ने राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ कई मामलों, विशेषकर आर्थिक विषयों पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा उत्पादन के लिए भारत को एक आकर्षक स्थल के रुप में प्रदर्शित करते हुए दक्षिण अफ्रीका के साथ इस क्षेत्र में भी सहयोग को और गहरा करने की बात की। मोदी ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह की सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी को समर्थन देने के लिए दक्षिण अफ्रीका का धन्यवाद भी दिया. दक्षिण अफ्रीका एक बडा हथियार निर्यातक है. मोदी ने मोजाम्बिक में वहां के राष्ट्रपति फिलिप नियुसी के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की. दोनों देशों ने तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें वह ‘‘दीर्घकालीन” अहम समझौता भी शामिल है जिसके तहत भारत इस अफ्रीकी देश से दालें खरीदेगा ताकि बार बार होने वाली इनकी कमी को पूरा किया जा सके और इनकी कीमतों को काबू किया जा सके.