नयी दिल्ली : कश्मीर में जारी हिंसा को लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भारत को घेरने का कोई मौका गंवाना नहीं चाहता है. इसी क्रम में पाकिस्तान ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के स्थायी सदस्य देशों से अपील करके कहा है कि वे इसपर संज्ञान लें. प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों (अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस) से कहा है कि वे कश्मीर में तनावपूर्ण हालात का संज्ञान लें और भारत से अपील करें कि वह हिंसा प्रभावित घाटी में लोगों के मानवाधिकारों की सुरक्षा करे.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने जानकारी दी कि विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के दूतों को कश्मीर के हालात के संबंध में बताया है. एफओ ने एक बयान में कहा कि चौधरी ने भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा आम लोगों की जघन्य हत्या और उनके अन्य मौलिक मानवाधिकारों के हनन के मुद्दे पर पाकिस्तान की गंभीर चिंता जाहिर की.
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों भड़की हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए घाटी में शांति बनाये रखने की अपील की. इस संबंध में राज्य सरकार को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि एनकाउंटर में जिस बुरहान वानी की मौत हुई, वह एक आतंकी था, उसे नेता न बनाया जाये. उसे एक आतंकी की तरह ही देखा जाये.
पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक
चार अफ्रीकी देशों की यात्रा से लौटने के कुछ ही घंटों बाद मंगलवार को पीएम मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें उन्हें घाटी के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार से जनता और अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने कोकहा. साथ ही सीमा पर विशेष चौकसी रखने का सुझाव दिया, ताकि हालात का फायदा उठा कर किसी तरह की ताजा घुसपैठ पर अंकुश लग सके. बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य की जनता से शांति बनाये रखने की अपील की. उम्मीद जतायी कि किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशानी या नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा. अमरनाथ यात्रा के बहाल होने पर संतोष जाहिर किया. बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर, सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल और विदेश सचिव एस जयशंकर सहित अन्य लोगों ने शिरकत की.राज्य में पिछले चार दिनों से आतंकी वानी की मौत के बाद से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं.
पूर्व राजनयिक बोले : उग्रवाद को बढ़ा रहा पाकिस्तान : अमेरिका के एक शीर्ष पूर्व राजनयिक ने पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजन करने वाले देश के रूप में सूचीबद्ध करने की सिफारिश की. साथ ही कहा कि उसकी ओर से उग्रवादी व आतंकवादी प्रॉक्सी के इस्तेमाल से इसलामी उग्रवाद के वैश्विक खतरे में खासा इजाफा हो रहा है. अमेरिका पर आतंकवादी हमले के बाद अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इराक के प्रति अमेरिकी नीतियां बनाने में अग्रणी भूमिका निभा चुके जल्मी खलीलजाद ने कहा कि पाकिस्तानी नीति अफगानिस्तान में जारी संघर्ष का प्रमुख कारण है.
अमेरिका बोला, कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा : कश्मीर को भारत का आंतरिक मुद्दा बताते हुए अमेरिका ने कहा है कि वह घाटी में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद पैदा हुई हिंसा की स्थिति से चिंतित है. उसने सभी पक्षों से मामले के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में प्रयास करने के लिए कहा है.
पुलिस की पत्नी-बेटी के साथ मारपीट
श्रीनगर सहित कई भागों में कर्फ्यू के बाद भी लगातार चौथे दिन घाटी में हिंसा हुई. प्रशासन ने प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए जवानों की तैनाती बढ़ा दी है. मोबाइल, इंटरनेट व ट्रेन सेवाएं स्थगित रहीं. इस बीच छिटपुट हिंसा में एक और व्यक्ति की मौत के साथ ही मरनेवालों की संख्या बढ़ कर 25 हो गयी. हिंसा में अब तक 350 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें 115 से अधिक सुरक्षाकर्मी हैं. घाटी में मंगलवार को करीब दो दर्जन स्थानों पर भीड़ की हिंसा व आगजनी में पांच लोग घायल हो गये, जबकि कई पुलिस ढांचे क्षतिग्रस्त हो गये. पुलवामा के अवंतिपोरा में भीड़ ने पुलिस उपनिरीक्षक मोहम्मद अशरफ पाल की पत्नी और बेटी के साथ मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया और मकान को नुकसान पहुंचाया.
गृह मंत्री की अमेरिका यात्रा स्थगित : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर की स्थिति के मद्देनजर अपनी अमेरिका यात्रा स्थगित कर दी है. वह अगले हफ्ते भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता में शामिल होने वाले थे.