नयीदिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने भारतीय राजस्व सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली है. 1993 बैच की आइआरएस अधिकारी सुनीता केजरीवालआयकर विभाग में कमिश्नर के पद पर तैनात थीं. 51 वर्षीय सुनीता केजरीवाल ने विभाग में करीब 22 साल तक सेवा देने के बाद यहकदम उठाया है. वे 15 जुलाई 2016 से अपने पद से मुक्त हो जायेंगी.
सुनीता केजरीवाल की अंतिम तैनाती दिल्ली में आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आइटीएटी) में आयकर आयुक्त के पद पर हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि सुनीता ने इस साल की शुरुआत में वीआरएस की मांग की थी, जिस पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ डाइरेक्ट टैक्स (सीबीडीटी) ने अब आधिकारिक आदेश जारी किया है. सीबीडीटी आयकर विभाग के कैडर को नियंत्रित करने वाला प्राधिकार है.
वहीं, मीडिया रिपोट्स केमुताबिकअरविंद केजरीवाल के करीबी सूत्रों के मुताबिक सुनीता केजरीवाल के वीआरएस लेने की वजह ये है कि उन्हें ऐसी आशंका थी कि केंद्र सरकार उनको बदले की भावना से परेशान करने की तैयारी कर रही है. ऐसे में अगर सुनीता केजरीवाल परेशान होतीं तो पूरी केजरीवाल फैमिली परेशान हो जाती, इसलिए उन्हें समय से पहले रिटायरमेंट लेना पड़ा.
उधर, सीबीडीटी के आदेश के अनुसार, सुनीता का वीएसआर 15 जुलाई से प्रभावी होगा. जानकारी केमुताबिक, सुनीता केजरीवाल अपने पेंशन लाभों को पाने की हकदार होंगी, क्योंकि वह 20 साल से अधिक समय तक सेवा में कार्यरत रही हैं.गौरहो कि वह केजरीवाल से 1995 में भोपाल में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मिली थीं. उसी समय दोनों ने आपस में विवाह करने का फैसला किया. अरविंद केजरीवाल ने भी आइआरएस अधिकारी के रूप में संक्षिप्त कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्ति ले ली थी.