भाजपा ने कहा,2005 के पहले के नोट वापस लेना ‘गरीब विरोधी’ कदम
नयी दिल्ली: भाजपा ने गुरुवार को 31 मार्च तक साल 2005 के पहले के सभी नोटों को वापस लेने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह काले धन पर अंकुश लगाने की बजाय ‘गरीब विरोधी’ कदम है. पार्टी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘‘साल 2005 के पहले नोटों को वापस लेने […]
नयी दिल्ली: भाजपा ने गुरुवार को 31 मार्च तक साल 2005 के पहले के सभी नोटों को वापस लेने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह काले धन पर अंकुश लगाने की बजाय ‘गरीब विरोधी’ कदम है.
पार्टी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘‘साल 2005 के पहले नोटों को वापस लेने का वित्त मंत्रालय का कदम विदेश में जमा काले धन के मुद्दे को गुम करने का प्रयास है. यह कदम गरीब विरोधी है.’’उन्होंने कहा, ‘‘आम औरत और आम आदमी जो अशिक्षित हैं और जिनके पास बैंक की सुविधा नहीं हैं, उन्हें इस कदम का नुकसान होगा.’’