मेरी किताब को बेवजह बदनाम करने की कोशिश : मार्गरेट अल्वा
नयी दिल्ली : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा ने आज कहा कि उनकी किताब ‘करेज एंड कमिटमेंट’ को लेकर ‘‘विवाद’ पैदा करने की कोशिशों से वह ‘‘दुखी’ हैं. उन्होंने साफ किया कि इस किताब में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला नहीं किया है. अल्वा ने एक बयान में कहा, ‘‘यह किताब मेरी […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मार्गरेट अल्वा ने आज कहा कि उनकी किताब ‘करेज एंड कमिटमेंट’ को लेकर ‘‘विवाद’ पैदा करने की कोशिशों से वह ‘‘दुखी’ हैं. उन्होंने साफ किया कि इस किताब में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला नहीं किया है. अल्वा ने एक बयान में कहा, ‘‘यह किताब मेरी जिंदगी की कहानी भर है – जिसमें 1942 से 2014 तक के उतार-चढाव का बयान किया गया है. इसका मकसद यह दिखाना था कि कैसे एक अल्पसंख्यक, एक छोटे शहर की मध्यमवर्गीय परिवार की महिला पली-बढी और अपने जमाने की उथल-पुथल भरी राजनीति में टिकी रही, जबकि उसके पास न तो धनबल था और न ही कारोबारी लॉबी का समर्थन.
‘ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं यह देखकर दुखी हूं कि मेरी किताब ‘करेज एंड कमिटमेंट’ के चुनिंदा हिस्सों पर विवाद पैदा करने और मैंने जो कुछ कहा है उसके पीछे एक गलत मंशा बताने की कोशिश की जा रही है.’ अल्वा ने कहा कि उन्होंने अपनी किताब में कांग्रेस अध्यक्ष पर ‘‘हमला’ नहीं किया है और ‘‘उनके लिए मेरे मन में अगाध सम्मान और स्नेह है.’ कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी हमला नहीं किया है, ‘‘जिसके लिए मैंने 45 साल से भी ज्यादा काम किया है.’
उन्होंने कहा, ‘‘किताब में ऐसी चीजें हैं जो सार्वजनिक हैं और संसद के दस्तावेजों में हैं. उसे जानबूझकर अलग तरीके से पेश करने की कोशिश गलत है.’ अल्वा ने कहा कि किताब को सार्वजनिक किए जाने से पहले उन्होंने सोनिया से मुलाकात की और उन्हें किताब की पहली प्रति भेंट की. किताब में अल्वा ने कई दिलचस्प मुद्दों पर रोशनी डाली है जिसमें सोनिया और पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव के असहज रिश्तों का जिक्र भी शामिल है.