स्वर्ण मंदिर पहुंचे केजरीवाल, मैनिफेस्टो विवाद पर मांगी माफी, जानें फिर कैसे हो गया विवाद
चंडीगढ़ : पंजाब में पिछले दिनों सिखों से जुड़े कुछ मुद्दों पर विवाद खड़ा हो जाने के बाद आज क्षमा मांगने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे और वहां उन्होंने जूठे बरतन साफ की. स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बता करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अनजाने […]
चंडीगढ़ : पंजाब में पिछले दिनों सिखों से जुड़े कुछ मुद्दों पर विवाद खड़ा हो जाने के बाद आज क्षमा मांगने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे और वहां उन्होंने जूठे बरतन साफ की. स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बता करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अनजाने में हम लोगों से कुछ गलतियां हो गई थीं, उसी का पश्चाताप करने हम यहां आए हैं. क्षमायाचना के लिए हमने दरबार साहेब की सेवा की. सेवा करने से हमें तृप्ती और बहुत शांति मिली.
अरविंद केजरीवाल वापस जाओ के लगे नारे
आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रस्तावित अमृतसर दौरे के तहत रविवार रात अमृतसर के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. यहां स्थानीय इकाई ने उनका जोरदार स्वागत किया. अरविंद केजरीवाल के विरोध में जगह-जगह पर रोष प्रदर्शन भी देखने को मिले. पहले जहां एयरपोर्ट के बाहर ‘अरविंद केजरीवाल वापस जाओं’ के नारे लगे, वहीं सैंट्रल जेल के बाहर अन्य संगठनों की ओर से सॢकट हाउस के बाहर उनको काली झंडियां दिखाई गईं.
एक घंटे कार सेवा की
अरविंद केजरीवाल ने स्वर्ण मंदिर में एक घंटे कार सेवा की. उन्होंने 30 मिनट तक लंगर हॉल में बर्तन धोए और मंदिर की परिक्रमा की साथ ही उन्होंने वहां बैठकर कीर्तन भी सुना. आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के मुताबिक आशीष खेतान ने अनजाने में पार्टी के यूथ मैनिफेस्टो की तुलना गुरु ग्रंथ साहिब से कर दी थी, जिसके लिए वो पहले से ही माफी मांग चुके हैं.
हो गया विवाद
इधर, माफी मांगने स्वर्ण मंदिर पहुंचे केजरीवाल को लेकर फिर विवाद पैदा होता नजर आ रहा है. स्वर्ण मंदिर में अरविंद केजरीवाल बर्तन साफ करते नज़र आए लेकिन तस्वीरों में साफ नज़र आ रहा है कि केजरीवाल साफ बर्तनों को दोबारा साफ कर रहे हैं. दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि सेवा देने के लिए केजरीवाल ने जिन बर्तनों को साफ किया असल में वो पहले से ही साफ थे.