पहले भी केजरीवाल तीन बार मांग चुके हैं माफी, कांग्रेस ने कहा- नाम बदलकर रख लें ‘माफी लाल””

नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार सुबह अमृतसर में बाबा साहिब के दरबार में आकर अनजाने में हुई गलती के लिए माफी मांगी और प्रायश्चित किया. सीएम केजरीवाल ने स्वर्ण मंदिर में डेढ घंटा बिताया. इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारे में अरदास की और लंगर के बाद बरतन साफ किए. यह पहली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2016 10:19 AM

नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार सुबह अमृतसर में बाबा साहिब के दरबार में आकर अनजाने में हुई गलती के लिए माफी मांगी और प्रायश्चित किया. सीएम केजरीवाल ने स्वर्ण मंदिर में डेढ घंटा बिताया. इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारे में अरदास की और लंगर के बाद बरतन साफ किए. यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल ने अपने जाने अनजाने में किए गए काम के लिए माफी मांगी हो इससे पहले भी वह दो बार माफी मांगकर चर्चे में रह चुके हैं. पिछले दिनों पंजाब कांग्रेस की सीनियर नेता बीबी राजिन्दर कौर भट्ठल ने केजरीवाल को अपना नाम बदल कर माफी लाल रखने की सलाह दी थी. उनका तर्क था कि केजरीवाल को गलतियां करने की आदत है और वह बार-बार माफी मांगते है.

गडकरी से किया खेद प्रकट
अरविंद केजरीवाल 2014 में बेईमान नेताओं की लिस्ट जारी कि थी जिसमें भाजपा और एनसीपी नेताओं के भी नाम शामिल थे. इस लिस्ट के जारी होने के बाद भाजपा और एनसीपी दोनों तिलमिला उठे थे. इस लिस्ट में भाजपा नेता नितिन गडकरी का भी नाम था जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धमकी दी थी कि अगर उन्‍होंने तीन दिन के भीतर माफी नहीं मांगी तो वह उन पर मानहानि का केस ठोकेंगे जिसके बाद खबर आई थी कि केजरीवाल ने गडकरी से मिलकर उनका नाम लिस्ट में होने पर खेद प्रकट किया था.

‘ठुल्ला’ पर माफी

दिल्ली पुलिस के जवानों के लिए एक साक्षात्कार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने ‘ठुल्ला’ शब्द का उपयोग किया था जिसके बाद भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी. केजरीवाल ने माफी मांगते हुए कहा था कि मेरे इस शब्द से यदि दिल्ली पुलिस के ईमानदार लोगों को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं. इस मामले को लेकर पिछले दिनों ही कोर्ट ने केजरीवाल से कहा कि आप ‘ठुल्ला’ शब्द का अर्थ बताइए.

दिल्ली की जनता से मांगी थी माफी

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 49 दिनों तक शासन करने के बाद 2013 में इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद पार्टी की चारों ओर आलोचना हो रही थी. उनको इस गलती का एहसास हुआ और उन्होंने दिल्ली की जनता से माफी मांगी जिसके बाद दिल्ली की जनता ने दोबारा उनपर भरोसा दिखाया और विधानसभा के अगले चुनाव में 70 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 67 सीटें दी. केजरीवाल ने अपने इस कृत्य के लिए मीडिया में एक बयान जारी कर कहा था कि सभी पक्षों पर सोचने के बाद मैं उन लोगों से माफी मांगता हूं जो चाहते थे कि हम दिल्ली में अपनी सरकार चलाते रहें. हमारी पार्टी अपने प्रति लोगों के ग़ुस्से का कारण जानना चाहती है. आपको बता दें कि 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली थीं और उसने दिल्ली में सरकार बनाई थी. यह सरकार 49 दिन चली थी और उसके बाद केजरीवाल ने इस्तीफ़ा दे दिया था और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था.

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