जम्मू-कश्मीर को ज्यादा स्वायत्ता दी जाए: चिदंबरम
नयी दिल्ली : कश्मीर के हालात का क्रांतिकारी समाधान सुझाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज रात उस ‘‘बडे समझौते” (ग्रैंड बारगेन) की वकालत की जिसके तहत कश्मीर का भारत में विलय हुआ था और उसे व्यापक स्वायत्ता दी गई थी. चिदंबरम ने कहा कि यदि ऐसा […]
नयी दिल्ली : कश्मीर के हालात का क्रांतिकारी समाधान सुझाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज रात उस ‘‘बडे समझौते” (ग्रैंड बारगेन) की वकालत की जिसके तहत कश्मीर का भारत में विलय हुआ था और उसे व्यापक स्वायत्ता दी गई थी.
चिदंबरम ने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो देश को ‘‘भारी कीमत” चुकानी पडेगी. ‘इंडिया टुडे’ चैनल पर जानेमाने पत्रकार करण थापर से बातचीत में चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि उनका तरीका गलत है. हमने उस बडे समझौते की अनदेखी की है, जिसके तहत कश्मीर का भारत में विलय हुआ था.
मेरा मानना है कि हमने भरोसा तोडा, हमने वादे तोडे और नतीजा यह हुआ कि हमने भारी कीमत चुकाई है.” चिदंबरम ने कहा कि उनके मुताबिक सबसे बेहतर समाधान यह है कि नई दिल्ली को कश्मीर की जनता को यह आश्वासन देना चाहिए कि कश्मीर के विलय होने के समय जिस ‘‘बडे समझौते” का वादा किया गया था ‘‘उसका पूरी तरह पालन किया जाएगा.”