सर्वेक्षणः यूपी के साथ-साथ बिहार में भी भाजपा की जय तय
नयी दिल्ली: एबीपी न्यूज-नीलसन के चुनावी सर्वे के मुताबिक उत्तर प्रदेश ही नहीं, बिहार की जनता भी भाजपा के कमल को खिलाना चाहती है. सर्वे के मुताबिक अगर अभी चुनाव हुए, तो सत्ताधारी जदयू को नुकसान हो सकता है. वहीं, बीते साल जून महीने तक सरकार का हिस्सा रही भाजपा राज्य की कुल 40 सीटों […]
नयी दिल्ली: एबीपी न्यूज-नीलसन के चुनावी सर्वे के मुताबिक उत्तर प्रदेश ही नहीं, बिहार की जनता भी भाजपा के कमल को खिलाना चाहती है.
सर्वे के मुताबिक अगर अभी चुनाव हुए, तो सत्ताधारी जदयू को नुकसान हो सकता है. वहीं, बीते साल जून महीने तक सरकार का हिस्सा रही भाजपा राज्य की कुल 40 सीटों में से 24 सीटें झटक सकती है यानी भाजपा को 12 सीटों का फायदा हो सकता है.
नीतीश को नुकसान
सर्वे के मुताबिक, जदयू को मात्र छह सीटें मिलेंगी. वहीं, लालू प्रसाद की पार्टी राजद इस चुनाव के साथ बिहार की सियासत में दमदार मौजूदगी दिखा सकती है.राजद को पांच सीटें मिल सकती हैं यानी उसे एक सीट का फायदा हो सकता है. रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को एक सीट मिल सकती है. सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती है यानी नफा न नुकसान. दो सीटें अन्य के खाते में जाने की संभावना है. सर्वे में कुल 4518 की राय शामिल हैं.
वोट शेयर
भाजपा अपना वोट शेयर करीब-करीब ढ़ाई गुना बढ़ाने में कामयाब रहेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में 13.98 फीसदी वोट हासिल करने वाली भाजपा की झोली में इस बार 35 फीसदी वोट जा सकते हैं.
पिछले लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली जदयू को करीब 13 फीसदी वोटों का नुकसान हो रहा है.
पिछले लोकसभा चुनाव में 23.8 फीसदी वोट हासिल करने वाली जदयू फिलहाल 11 फीसदी वोट हासिल करने की स्थिति में है.
जदयू को 17 फीसदी वोट मिलेंगे. पिछले चुनाव में उसे 19.36 फीसदी वोट मिले थे.
एबीपी न्यूज नीलसन का सर्वे
कुल सीटें-40
पार्टी पहले अब
जदयू 20 06
भाजपा12 24
राजद 04 05
कांग्रेस 02 02
लोजपा 00 01
अन्य 02 02
भाजपा से नाता तोड़ जदयू ने गलती की?
( हां – 72 %, नहीं – 26 %)
जब लोगों से सवाल किया गया कि क्या भाजपा से नाता तोड़ कर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने गलती की है, तो करीब तीन चौथाई 72 फीसदी लोगों का कहना था कि हां, गलती की है. सिर्फ 26 फीसदी लोगों ने नीतीश के कदम को सही बताया. हालांकि, इस सवाल पर मुसलमानों की राय अलग थी. आधे से ज्यादा की राय थी नीतीश ने गंठबंधन तोड़ कर सही किया है.
भाजपा से नाता तोड़ने पर क्या जदयू को मुसलिम वोट मिलेंगे?
( आरजेडी – 53 %, जदयू – 41 %)
सियासी गलियारों में यह बात हर जुबान पर रहती है कि नीतीश ने मोदी से नाता मुसलमानों के वोट पाने की खातिर तोड़ा, लेकिन जब लोगों से सवाल किया गया है कि अब मुसलमान किस पार्टी को वोट देंगे, तो 53 फीसदी की राय थी कि मुसलमान राजद को वोट करेंगे, जबकि 41 फीसदी का मानना था कि मुसलमान जदयू को वोट करेंगे.
बिहार में कौन पार्टी सबसे ज्यादासीटें जीतेगी?
(भाजपा – 59 %, कांग्रेस, आरजेडी-एलएनजेपी – 25 %)
जब लोगों से सवाल किया गया है कि लोकसभा चुनाव में कौन पार्टी सबसे ज्यादा सीट जीतेगी तो 59 फीसदी लोगों का मानना था कि भाजपा, जबकि 25 फीसदी का मानना था कि कांग्रेस, राजद और लोजपा.