केरल से लापता लड़की की मां ने कहा, मेरी बेटी का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया

तिरवनंतपूरम : केरल में लगातार युवाओं का आईएसआईएस में शामिल होने की खबरों के बीच हाल ही में आईएस में शामिल महिला निमिषा उर्फ फातिमा के बाद एक और मां ने अपनी बेटी के जबरन इसलाम कबूल करवाये जाने का मामला दर्ज करवाया है. पिछले दिनों आईएस में शामिल 17 युवाओं में निमिषा का नाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 9:32 AM

तिरवनंतपूरम : केरल में लगातार युवाओं का आईएसआईएस में शामिल होने की खबरों के बीच हाल ही में आईएस में शामिल महिला निमिषा उर्फ फातिमा के बाद एक और मां ने अपनी बेटी के जबरन इसलाम कबूल करवाये जाने का मामला दर्ज करवाया है. पिछले दिनों आईएस में शामिल 17 युवाओं में निमिषा का नाम भी है. निमिषा गर्भवती है, उसने इसलाम धर्म कबूल किया है और उसका नया नाम फातिमा बताया जा रहा है. दूसरी ओर एक अन्य मामले में पंगोडे की मिनी विजयन ने मामला दर्ज करवाया है कि उसकी बेटी अपर्णा का भी जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया है. अपर्णा को नया नाम शहाना दिया गया है.

पुलिस को दी शिकायत में मिनी ने कहा है कि उसकी बेटी अपर्णा एर्नाकुलम में जुआल एजुकेशन ट्रस्ट की छात्रा है. अगस्त 2013 से अपर्णा इस संस्थान की छात्रा है. और वहां एक छात्रावास में रह रही थी. परिवार वालों को जब उसके धर्म परिवर्तन की बात पता लगी तो उन्होंने उससे संपर्क साधने का प्रयास किया. कोर्ट में पेश के करने के लिए पुलिस ने जब अपर्णा से संपर्क किया तो वह अकेले कोर्ट जाने को तैयार नहीं हुई. उसने एक अन्य महिला सुमाया के साथ कोर्ट जाने की पेशकश की.

पुलिस का कहना है कि वर्तमान में अपर्णा मलापुरम के एक धार्मिक केंद्र में रह रही है. मिनी ने कहा कि ‘ यह सत्य सारणी वही संस्था है जो गैर-मुसलमानों के बीच इस्लाम का प्रचार करती है. अपर्णा पहले मेरे संपर्क में थी बाद में मीडिया में खबरें आने के बाद से लगता है उसे नजरबंद कर दिया गया है. इससे पहले वाली लड़की निमिषा की मां ने पूर्व में बताया था उसकी 25 वर्षीय बेटी निमिषा अपने पति के साथ गत 16 मई को अपने घर आई थी और 18 मई को उनकी बेटी ने फोन कर बताया कि वह कुछ काम से श्रीलंका जा रही है.

मां ने बताया कि मेरे बार-बार पूछने पर भी उसने यह नहीं बताया कि वह कहां से फोन कर रही है.’ उन्होंने कहा, ‘चार जून तक मुझे संदेश मिला करते थे, लेकिन इसके बाद मेरी बेटी के बारे में कोई सूचना नहीं है.’ बिंदु ने कहा कि उसकी बेटी निमिषा जब एक ईसाई युवक से मिली और उससे शादी की, उस समय वह कासरगोड में डेंटल की अंतिम वर्ष की विद्यार्थी थी. बाद में निमिषा ने अपने पति के साथ धर्म परिवर्तन कर लिया.

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